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.... तो कहां गया बहरोड़ थाने से फरार पपला, 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

बहरोड़ पुलिस के गस्त के दौरान पकड़े गए अपराधी विक्रम उर्फ पपला को छुड़ाने के लिए 20-25 बदमाशों ने एके-47 से फायरिंग की थी और आरोपी को भगा ले गए थे. लेकिन को 8 दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस गिरफ्त से बाहर है.

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Published : Sep 14, 2019, 8:03 PM IST

बहरोड़(अलवर). जिले के बहरोड़ थाने से फरार विक्रम उर्फ पपला मामले में शनिवार को 8 दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस गिरफ्त से बाहर है. बता दें कि विक्रम उर्फ पपला को पकड़ने के लिए चार राज्यो की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नही लग पाया है.

8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

एसओजी और एटीएस ने कार्रवाई करते हुए अभी तक 12 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है. जिन्होंने विक्रम उर्फ पपला के भगाने के सहयोग किया था. जिनमें से दो बदमाशों ने बहरोड़ थाने में पपला को छुड़ाने के दौरान एके-47 से फायरिंग की थी. बाकी 10 आरोपियों ने पपला फरारी मामले में उसका सहयोग किया था. ़

पढ़ें: पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष बना भाजपा ने खेला 'जाट कार्ड', बिगाड़े कांग्रेस के जातीय समीकरण

बता दें की 6 सितंबर की सुबह 3 बजे विक्रम उर्फ पपला को 31 लाख 90 हजार की राशि के साथ बहरोड़ पुलिस ने गस्त के दौरान पकड़ा था. इस दौरान विनोद स्वामी निवासी जखराना सरपंच व कैलाश गुर्जर ने पपला को छुड़ाने के लिए बहरोड़ थाने के हेडकांस्टेबल विजयपाल व रामावतार से संपर्क कर उसको थाने से छुड़ाने के लिए रिस्वत देने के डील की थी लेकिन मामला सेट नहीं होने के कारण इशारा मिलते ही विक्रम उर्फ पपला के साथियों ने बहरोड़ थाने पर हमला कर हवालात में बंद विक्रम पपला को छुड़ाकर ले गए थे.

इस मामले में DGP की ओर से दोनों हेडकोंस्टेबलों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था जबकि थाना प्रभारी सुगन सिंह , हेडकांस्टेबल सुनील व संतरी कृष्ण को निलंबित और पूरे थाने लाइन हाजिर कर दिया था. सरकार ने पूरे मामले को एसओजी व एटीएस को सौंपा है. एसओरजी की देखरेख में है. विक्रम उर्फ पपला को पकड़ने के लिए चार राज्यों की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

बहरोड़(अलवर). जिले के बहरोड़ थाने से फरार विक्रम उर्फ पपला मामले में शनिवार को 8 दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस गिरफ्त से बाहर है. बता दें कि विक्रम उर्फ पपला को पकड़ने के लिए चार राज्यो की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नही लग पाया है.

8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

एसओजी और एटीएस ने कार्रवाई करते हुए अभी तक 12 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है. जिन्होंने विक्रम उर्फ पपला के भगाने के सहयोग किया था. जिनमें से दो बदमाशों ने बहरोड़ थाने में पपला को छुड़ाने के दौरान एके-47 से फायरिंग की थी. बाकी 10 आरोपियों ने पपला फरारी मामले में उसका सहयोग किया था. ़

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बता दें की 6 सितंबर की सुबह 3 बजे विक्रम उर्फ पपला को 31 लाख 90 हजार की राशि के साथ बहरोड़ पुलिस ने गस्त के दौरान पकड़ा था. इस दौरान विनोद स्वामी निवासी जखराना सरपंच व कैलाश गुर्जर ने पपला को छुड़ाने के लिए बहरोड़ थाने के हेडकांस्टेबल विजयपाल व रामावतार से संपर्क कर उसको थाने से छुड़ाने के लिए रिस्वत देने के डील की थी लेकिन मामला सेट नहीं होने के कारण इशारा मिलते ही विक्रम उर्फ पपला के साथियों ने बहरोड़ थाने पर हमला कर हवालात में बंद विक्रम पपला को छुड़ाकर ले गए थे.

इस मामले में DGP की ओर से दोनों हेडकोंस्टेबलों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था जबकि थाना प्रभारी सुगन सिंह , हेडकांस्टेबल सुनील व संतरी कृष्ण को निलंबित और पूरे थाने लाइन हाजिर कर दिया था. सरकार ने पूरे मामले को एसओजी व एटीएस को सौंपा है. एसओरजी की देखरेख में है. विक्रम उर्फ पपला को पकड़ने के लिए चार राज्यों की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

Intro:बहरोड़ थाने से फरार विक्रम उर्फ पपला मामले में आज 8 दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस गिरफ्त से बाहर है । आपको बता दे कि विक्रम उर्फ पपला को पकडने के लिए चार राज्यो की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नही लग पाया है ।Body:बहरोड - एंकर- बहरोड़ थाने से फरार विक्रम उर्फ पपला मामले में आज 8 दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस गिरफ्त से बाहर है । आपको बता दे कि विक्रम उर्फ पपला को पकडने के लिए चार राज्यो की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नही लग पाया है । sog और ats ने कार्रवाई करते हुए अभी तक 12 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है । जिन्होंने विक्रम उर्फ पपला के भागने के सहयोग किया था । जिनमे से दो बदमाशो ने बहरोड थाने विक्रम उर्फ पपला को छुड़ाने के दौरान ak 47 से फायरिंग थाने में फायरिंग की थी । बाकी 10 आरोपियों ने पपला फरारी मामले में उसका सहयोग किया था । आपको बता दे की 6 सितंबर की सुबह 3 बजे विक्रम उर्फ पपला को 31 लाख 90 हजार की राशि के साथ बहरोड पुलिस ने गस्त के दौरान पपला को पकड़ा था । इस दौरान विनोद स्वामी निवाशी जखराना सरपंच व कैलाश गुर्जर ने पपला को छुड़ाने के लिए बहरोड थाने के हेडकोंस्टेबल विजयपाल व रामावतार से संपर्क कर उसको थाने से छुड़ाने के लिए रिस्वत देने के डील की थी लेकिन मामला सेट नही होने के कारण इसारा मिलते ही विक्रम उर्फ पपला के साथियों ने बहरोड़ थाने पर हमला कर हवालात में बंद विक्रम पपला को छुड़ाकर ले गए थे । इस मामले में DGP के द्वारा दोनो हेडकोंस्टेबलो को सेवा से बर्खास्त कर दिया था जबकि थाना प्रभारी सुगन सिंह , हेडकांस्टेबल सुनील व संतरी कृष्ण को निलंबित सहित पूरे थाने लाइन हाजिर कर दिया था ।सरकार ने पूरे मामले को sog व ats को सोंपा है । sog की देखरेख में है यह पूरा मामला । ptc_ hansraj behroeConclusion:विक्रम उर्फ पपला को पकडने के लिए चार राज्यो की पुलिस लगी हुई है लेकिन 8 दिन बाद भी पपला का कोई सुराग नही लग पाया है । sog और ats ने कार्रवाई करते हुए अभी तक 12 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है । जिन्होंने विक्रम उर्फ पपला के भागने के सहयोग किया था । जिनमे से दो बदमाशो ने बहरोड थाने विक्रम उर्फ पपला को छुड़ाने के दौरान ak 47 से फायरिंग थाने में फायरिंग की थी । बाकी 10 आरोपियों ने पपला फरारी मामले में उसका सहयोग किया था । आपको बता दे की 6 सितंबर की सुबह 3 बजे विक्रम उर्फ पपला को 31 लाख 90 हजार की राशि के साथ बहरोड पुलिस ने गस्त के दौरान पपला को पकड़ा था
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