अलवर. जिले के चुनाव पर प्रदेश भर की निगाहें टिकी रहती है. अलवर जिला एनसीआर का हिस्सा है तो वहीं राजस्थान का सिंह द्वार कहा जाता है. दिल्ली से पास होने के कारण अलवर में वीआईपी लोगों के आने-जाने का सिलसिला भी लगा रहता है. निकाय चुनाव को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से अलवर में खास व्यवस्था की गई है.
अलवर नगर परिषद क्षेत्र में 65 वार्ड आते हैं. चुनाव के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अलवर कलेक्ट्रेट परिसर में प्रत्याशियों की ओर से नामांकन पत्र जमा किया जा रहा है. इसके लिए प्रशासन की तरफ से कलेक्ट्रेट परिसर में सात जगह निर्धारित की गई है. जहां उम्मीदवार अपना आवेदन जमा कर सकता है. सभी जगहों पर हेल्प काउंटर भी तैयार किए गए हैं. यहां कर्मचारियों की ओर से आवेदन कर्ता के फार्म चेक करना, फार्म की कमियों को दूर करना सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं.
बता दें कि अलवर जिला प्रशासन की तरफ से पहली बार इस तरह के प्रयास किए गए हैं. इसका असर भी देखने को मिल रहा है. अलवर में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. तो वहीं इस पूरी प्रक्रिया पर कलेक्ट्रेट में आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखने के लिए पुलिस की ओर से तीन चक्रीय घेरे की व्यवस्था की गई है.
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वहीं, कलेक्ट्रेट की तरफ आने वाले प्रमुख रास्ते को कुछ दूरी पर बंद कर दिया गया है. जिससे वाहनों के खड़े होने से जाम की समस्या ना हो. साथ ही कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. उसके बाद बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी कोर्ट परिसर के अंदर और आवेदन जमा होने वाली सभी सातों जगहों पर पुलिसकर्मी तैनात है.
ऐसे में तीन चक्रीय सुरक्षा घेरे के दौरान पूरी आवेदन जमा करने की प्रक्रिया हो रही है. जिला प्रशासन की ओर से 7 जगहों पर फार्म जमा करने की तकनीक भी कारगर साबित हुई है. हेल्प सेंटर से भी आवेदन कर्ताओं को बड़ी मदद मिल रही है. विशेषज्ञों की मानें तो अलवर में पहली बार निकाय चुनाव के दौरान इस तरह के इंतजाम किए गए हैं. आवेदन जमा करने का अंतिम दिन मंगलवार का रहेगा.