अलवर. जिला पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. अलवर पुलिस ने मुंबई की शिपिंग कंपनी के कर्मचारी विकास गुप्ता को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया. अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख की फिरौती मांगी थी. बदमाशों ने सस्ते दरों पर काली मिर्च दिलाने के बहाने विकास को बुलाया था. डीएसटी टीम ओर एमआईए थाना पुलिस ने मकान को घेर कर अपहरणकर्ताओं के चंगुल से विकास को मुक्त कराया था. इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि रविवार शाम सूचना मिली कि जयपुर एयरपोर्ट से एक मुंबई के शिपिंग कंपनी के कर्मचारी को व्यापार का झांसा देकर कार में कुछ लोग बैठा कर ले आए हैं. उसका अपहरण कर उसके फोन से परिजनों से 10 लाख की फिरौती मांग रहे हैं. इस पर पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की तो इनकी लोकेशन एमआईए क्षेत्र में आई. इस पर एमआईए थाना पुलिस, अरावली विहार थाना पुलिस और डीएसटी की टीम ने शिपिंग कंपनी के कर्मचारी को बंधक बनाने में उपयोग में लिए गए मकान की घेराबंदी कर दबिश देकर अपहरणकर्ताओं से मुंबई निवासी शिपिंग कंपनी के कर्मचारी को आजाद कराया.
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पुलिस ने इनके कब्जे से एक सोने की चेन एक सोने का पेंडल एक आईफोन दो एटीएम कार्ड व एक हाथ घड़ी बरामद की है. गिरफ्तार किए गए 3 आरोपी राशिद, वसीम व साहुन लंगड़ा मथुरा उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. एक आरोपी शैकम गोविंदगढ़ जिला अलवर का रहने वाला है. जबकि राजेंद्र मीणा नगर भरतपुर का रहने वाला है. पुलिस द्वारा इनसे अन्य मामलों के बारे में पूछताछ की जा रही है. इस घटना के बाद अलवर एक बार फिर से पूरे देश में चर्चा में आया.
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अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि सभी बदमाशों का पुराना रिकॉर्ड तलाशा जा रहा है. इन बदमाशों से कई बड़ी घटनाओं के खुलासे होने की उम्मीद है. उनका पुराना क्राइम रिकॉर्ड भी चेक किया जा रहा है. बड़े ही शातिर तरह से इन लोगों ने घटना को अंजाम दिया. अलवर पुलिस ने मुंबई पुलिस से भी संपर्क साधा है.
सस्ते दामों पर मसाले बेचने के बहाने से बुलाया अलवर
बदमाशों के चंगुल से मुक्त होने के बाद शिपिंग कंपनी में काम करने वाले व्यक्ति ने बताया कि सस्ते दाम पर काली मिर्च व अन्य मसाले बेचने के बहाने से बदमाशों ने उनको राजस्थान बुलाया और उसके बाद अलवर लाकर उनका अपहरण कर लिया.
मोबाइल लोकेशन से हुए बदमाश ट्रेस
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि बदमाशों की मोबाइल लोकेशन से उनका पता चला. इसके बाद अलवर के तीन से चार थानों की पुलिस ने मकान को चारों तरफ घिरा में कई घंटे की मशक्कत के बाद पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में इस गैंग के दो अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं, उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
अपनी गाड़ी में लाए थे बदमाश
पीड़ित ने बताया कि अपहरणकर्ता जयपुर से अलवर अपनी कार में लाए थे. उन्होंने कहा कि अलवर में किसी व्यापारी से मुलाकात कर पाएंगे लेकिन अलवर लाने के बाद उन्होंने गन पॉइंट पर अपहरण करने की बात कही और परिजनों से 10 लाख की फिरौती मंगवाई. इस पर पीड़ित ने अपहरण की जानकारी अपने फोन से शिपिंग कंपनी में काम करने वाले अन्य साथियों को दी.