अलवर. जिले में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. कई मामलों में अलवर देशभर में बदनाम हुआ है. ऐसे में सरकार के निर्देश पर पुलिस के आला अधिकारियों ने अलवर में क्राइम को कम करने के लिए विशेष प्लान तैयार किया है. जिसमें अलवर में होने वाली चोरी, गौ तस्करी और टटलूबाजी की घटनाओं को रोकने लिए एक विशेष टीम बनाई गई है.
वाहन चोरी, टटलूबाजी , गौ तस्करी के लिए अलवर देश से विदेश तक बदनाम है. आए दिन सोने की ईंट बेचने और OLX पर ऑनलाइन ठगी की घटना अलवर में होती है. आए दिन गौ तस्करी में मॉब लिंचिंग के मामले भी सामने आते हैं. सबसे ज्यादा मामले अलवर में ही सामने आए हैं. अलवर जिले में रोज बड़ी संख्या में वाहन चोरी होती है. ऐसे में पुलिस की तरफ से इन तीन मामलों पर नजर रखने और उसे रोकने के लिए एक विशेष टीम बनाई है. जो लगातार इस दिशा में काम करेगी और इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को जेल पहुंचाने का काम करेगी.
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अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा, कि संगठित अपराध में वाहन चोरी, गौ तस्करी और टटलूबाज को शामिल किया गया है. इसलिए इन तीन मुद्दों पर अलवर पुलिस की खास नजर है. इन मामलों की जांच पड़ताल के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. ये टीम तुरंत प्रभाव से मामले की जांच करेगी और आरोपी बदमाश को जेल तक पहुंचाने का काम करेगी. इससे अलवर में क्राइम का ग्राफ कम होगा और अलवर के हालातों में काफी सुधार देखने को मिलेगा.