बानसूर (अलवर). प्रशासन ने गांव नांगल लाखा में 18 वें दिन बाद फिर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की (Bansur administration Action against encroachment) गई. पुलिस ने 5 जेसीबी मशीनें 10 ट्रैक्टरों की मदद से अतिक्रमण हटाया. इस कार्रवाई में 4 तहसीलों के उपखंड अधिकारियों की मौजूदगी में भारी पुलिस जाप्ते ने खेतों में लगी करोड़ों रुपए की फसल को नष्ट किया. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस तथा प्रशासन की टीम पर पथराव कर एक को घायल कर दिया. इसके साथ ही सरकारी वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
1100 बीघा जमीन पर हटाया अतिक्रमण: हाईकोर्ट के आदेशानुसार 1100 बीघा जमीन पर लगी फसल पर बानसूर प्रशासन ने जेसीबी मशीन की सहायता से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. सरकारी भूमि पर अतिक्रमियों की खड़ी सरसों तथा गेहूं की फसल को जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टरों की सहायता से नष्ट किया गया. इस दौरान चार तहसीलों के उपखंड अधिकारी सहित भारी पुलिस जाप्ता तैनात रहा. बानसूर, किशनगढ़, राजगढ़, नारायणपुर के उपखंड अधिकारी सहित भारी प्रशासन के लजमे के साथ बानसूर प्रशासन गांव नांगललाखा पहुंचा था.
बानसूर उपखंड अधिकारी राकेश मीणा ने बताया कि गांव नांगललाखा में हाईकोर्ट के आदेशानुसार 1100 बीघा अतिक्रमण किए गए सरकारी भूमि पर लगे फसल को नष्ट करने के आदेश जारी किए गए थे. 5 मार्च को सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे बानसूर प्रशासन पर ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव (Stone pelting on police in Alwar) कर दिया था.
ग्रामीणों ने अमले पर किया पथराव: इस हादसे में एक पटवारी घायल हो गया, इसके साथ ही ग्रामीणों ने सरकारी वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस संबंध में बानसूर तहसीलदार जगदीश बेरवा ने बानसूर थाना में अतिकर्मियों के खिलाफ मारपीट, पथराव का मुकदमा दर्ज करवाया था. वहीं इस मामले में स्थानीय सरपंच कमलेश देवी, उसका पति सत्येंद्र गुर्जर पूर्व सरपंच, हरदान गुर्जर सहित 30 से 35 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है. वहीं अतिक्रमण के दौरान पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा.
बानसूर उपखंड अधिकारी राकेश मीणा का कहना है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार गांव नांगलाखा में 1100 बीघा जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. इसके साथ ही अतिक्रमियों की खड़ी फसल को नष्ट कर सरकारी भूमि को खाली करवाया जा रहा है. इस दौरान थाने का जाप्ता सहित प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे.