अलवर. राजस्थान सरकार राजस्थान रोडवेज में लगातार सुधार लाने के प्रयास किए जा रही है. ऐसे में सालों से घाटे चलने के बाद गहलोत सरकार अधिक संख्या में नई बसें खरीदी. वहीं जिले के केंद्रीय बस स्टैंड से दो डिपो संचालित होते हैं जिनमें अलवर आगार व मत्स्य नगर आगार शामिल है.
दोनों डिपो की बसें लंबे रूटों पर संचालित होती हैं. सालों से घाटे में चल रहे राजस्थान रोडवेज को गहलोत सरकार द्वारा पटरी पर लाने के खासा प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार की तरफ से व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई बदलाव किए जा रहे हैं. हाल ही में आईएएस नवीन जैन को रोडवेज में एमडी के रूप में तैनात किया गया है.
वो लगातार रोडवेज की बसों व सेवाओं में सुधार के लिए प्रयास कर रहे हैं. रोडवेज के घाटे के बाद भी रोडवेज प्रशासन की तरफ से बसों को खरीदा जा रहा है. हाल ही में खरीदी गई नई बसों में से 8 बस मत्स्य नगर आगार डिपो को दी गई हैं. इसमें से 4 बस रूटों पर संचालित हो चुकी हैं जबकि अन्य बस जल्द ही रूटों पर संचालित की जाएंगी. फिलहाल अभी इन बसों को छोटे रूटों पर लगाया गया है.
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वहीं रोडवेज के अधिकारियों ने कहा कि, लंबे रूटों पर सभी बसों में फास्ट ट्रैक कार्ड होना आवश्यक है और नई बसों का अभी तक फास्ट कार्ड नहीं बना है. इसलिए बसों को अलवर से जयपुर व अन्य छोटे रूटों पर लगाया गया है. इसके अलावा यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार रोडवेज के अधिकारियों की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं.
रोडवेज के अधिकारियों ने कहा कि, वर्कशॉप में बसों के सुधार के लिए कई तरह के बदलाव किए गए हैं. वहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों को बसों का रखरखाव बेहतर करने व समय रहते समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसका सीधा फायदा यात्रियों को मिलेगा.