बानसूर (अलवर). बानसूर में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक बइक सवार युवक रोड पर अवारा पशुओं की वजह से गिर गया था. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. वहीं मौके पर खड़ी पुलिस घायल युवक को देखती ही रही और एम्बुलेंस का इंतजार करती रही. इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि 108 एम्बुलेंस के स्टाफ ने भी समय पर फोन नहीं उठाया और आधे घंटे के बाद रास्ते में एंबुलेंस खराब होने की बात कही. इसके बाद एक निजी अस्पताल की एंबुलेंस के ड्राइवर ने मानवता दिखाते हुए घायल को बानसूर अस्पताल पहुंचाया. जहां घायल युवक की स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे कोटपूतली रैफर कर दिया.
जानकारी के अनुसार बानसूर के बाईपास रोड पर आवारा सांड ने बाइक सवार को टक्कर मार दी थी. जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसके बाद किसी ने भी घायल युवक को उठाकर अस्पताल तक नहीं पहुंचाया. इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि मौके पर पुलिस कर्मियों की जीप भी खड़ी थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने भी घायल को अस्पताल नहीं पहुंचाया और 108 एम्बुलेंस का इंतजार करती रही.
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वहां मौके पर खड़े लोगों ने बताया कि 108 नंबर पर कॉल कर रहे थे, लेकिन किसी ने फोन को रिसीव नहीं किया. 30 से 35 मिनट बाद फोन रिसीव हुआ तो कुछ देर बाद एम्बुलेंस चालक ने बताया कि एम्बुलेंस रास्ते में खराब हो गई है. वहीं सड़क के पास से गुजर रही एक निजी अस्पताल की एम्बुलेंस चालक ने मानवता दिखाते हुए घायल को बानसूर अस्पताल पहुंचाया. जहां अस्पताल के डाक्टरों ने घायल की स्थिति गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद कोटपूतली के लिए रैफर कर दिया. जहां घायल की स्थिति नाजुक बताई जा रही है. वहीं बानसूर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.