अलवर. जिले में पानी का संकट बना रहता है. गर्मियों में तो पानी की समस्या और गहरा जाती है. लोगों को किसानी करने के लिए तो दूर पीने के पानी के लिए भी मशक्कत करना पड़ता है. ऐसे में खेती के लिए अलवर के किसानों ने आधुनिक तकनीक अपनाया है. किसान ड्रिप सिस्टम, मिनी फव्वारा, सोलर ऊर्जा पंप लगा रहे हैं. इस तकनीक ने उन्हें फायदा भी हो रहा है.
जिले के चांदोली गांव के रियासत अली बीते 10 सालों से खेती में नवाचार कर रहे हैं. उन्होंने अपने खेत में ड्रिप सिस्टम, मिनी फव्वारा, सोलर ऊर्जा पंप लगाया है. रियासत ने बताया कि वो मल्चिंग पद्धति से कई तरह की सब्जियां और फल उगाते हैं, जिससे उन्हें फायदा भी हो रहा है. फसलों में जैविक खाद का उपयोग करते हैं. बाजार में इसकी कीमत अच्छी मिलती है.
इन सब्जियों की करते हैं खेती : उन्होंने कहा कि 2 हेक्टेयर खेत में ड्रिप सिस्टम और 1 हेक्टेयर में मिनी स्प्रे लगाया हुआ है. मल्चिंग सिस्टम से खेती कर उगाए गए फल बेहतर क्वालिटी के होते हैं. उनका दावा है कि इस तकनीक से कम जगह पर ज्यादा पैदावार होती है. ड्रिप सिस्टम से पानी की मात्रा संतुलित रहती है. बीते 10 साल के दौरान टमाटर, बैंगन, घीया, टिंडा, खीरा, गोभी, भिंडी सहित अन्य सब्जियों की खेती की है.
केंचुए की खाद : रियासत अली ने कहा कि वो खेत में केंचुए की खाद डालते हैं. यह खाद भी वो खुद ही तैयार करते हैं. उन्होंने एक छोटी पौधशाला भी तैयार की है. कृषि विभाग की मदद से यह सभी नवाचार किए गए. विभाग की तरफ से समय-समय पर फसलों को लेकर गाइडलाइन जारी की जाती है. साथ ही आधुनिक खेती और तकनीक के बारे में भी जानकारी देते हैं.