अलवर. जिले के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में ऑर्थोपेडिक डॉक्टरों के ओपीडी में नहीं बैठने के चलते बुधवार को मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जहां हड्डी रोग से परेशान मरीज जब हॉस्पिटल की ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे तो उनको यहां पर डॉक्टर की सीट खाली मिली. जिस पर उनको निराशा हाथ लगी.
वहीं, ओपीडी में हड्डी डॉक्टर नहीं बैठने पर मरीजों की अस्पताल में लंबी लाइन लग गई और मरीज करीब 2 घंटे तक परेशान होते हुए नजर आए. इस पर कुछ मरीजों ने डॉक्टरों के नहीं बैठने का विरोध भी किया.
मरीजों का कहना था कि पिछले कई घंटों से वह लाइन में लगे हुए हैं और परेशान हो रहे हैं, और डॉक्टर अभी तक नहीं आए हैं. एक ओर सरकार की ओर से मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए व्यवस्था की जा रही है. दूसरी ओर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इसके बाद मामले की जानकारी हॉस्पिटल डिप्टी कंट्रोलर को दी गई. उसके बाद हॉस्पिटल ओपीडी में कार्यरत दूसरे डॉक्टर को कहा और उसके बाद मरीजों को देखा गया. मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से इधर से उधर घुमाया जाता है और यह बताया नहीं जाता कि किस डॉक्टर को दिखाना है. मामले में अस्पताल के डिप्टी कंट्रोलर सुशील बत्रा ने बताया कि ऑर्थोपेडिक विभाग में कार्यरत सिर्फ दो डॉक्टर हैं.
दोनों डॉक्टरों का ऑपरेशन होने के चलते दोनों ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन करने चले गए हैं. इसीलिए वह अपनी सीट पर नहीं बैठ सके और मरीजों की लाइन लग गई थी. इसके बाद में वैकल्पिक व्यवस्था करके दूसरे डॉक्टरों को बैठाकर मरीजों ने डॉक्टर को दिखाया.