बहरोड़ (अलवर). अलवर जिले में बढ़ते अपराध पर लगाम कसने के लिए एडीजी एसओजी और एटीएस अनिल पालीवाल ने शनिवार को नीमराणा के रिक्को ऑफिस में अलवर, भिवाडी, जयपुर ग्रामीण, सीकर और हरियाणा के सीमावर्ती जिलों के पपला कांड में लगे अधिकारियों की बैठक ली. जिमसें बहरोड़ थाने के लॉकअप से फरार हुए विक्रम उर्फ पपला की गिरफ्तारी के लिए नई रणनीति पर चर्चा की गई. वहीं इस मामले में आईबी और इंटरपोल की मदद भी ली जा रही है.
एडीजी, एसओजी और एटीएस अनिल पालीवाल ने बताया कि शनिवार को मीटिंग में अलवर सहित आस-पास के जिलों में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए ठोस और कारगर कदम उठाने के लिए चर्चा की गई. जिसे आगामी दिनों में लागू किया जाएगा और फरार चल रहे बदमाशों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जाएगा.
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इन जिलों में अपराध को कैसे कम किया जाए इसके लिए भी एक रणनीति बनाकर काम किया जाएगा जिससे भविष्य में सफलता मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि पपला को पकड़ने के लिए भी टीम की ओर से अब तक के अभियान पर चर्चा की और रणनीति भी बनाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि जो भी इस मामले में फरार चल रहे हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ टीमें अभी भी पपला गिरफ्तारी के लिए लगी हुई है और लगातार टीमों की ओर से दबिश दी जा रही है. जिन्हें जल्द ही कामयाबी मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में 18 बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है.