अलवर. एसीबी की टीम ने आबकारी विभाग में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत रामजस यादव और एक दलाल दिनेश यादव को 50 हजार की (alwar bribe case) रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम कांस्टेबल और दलाल से पूछताछ कर (two arrested in alwar bribe case) रही है. एसीबी के सत्यापन में दोनों ने रिश्वत लेने की बात को कबूला था. दरअसल, अलवर एसीबी की टीम को आबकारी विभाग के कांस्टेबल के रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी. इस पर एसीबी की टीम ने 30 मार्च को शिकायत का सत्यापन कराया. सत्यापन के दौरान (alwar bribe case) मामला सही पाया गया. जिसके बाद अलवर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह यादव के नेतृत्व में ट्रैक की कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
शराब की दुकान के लिए रिश्वत: अलवर एसीबी की टीम को एक शिकायत मिली थी कि शराब की दुकान चलाने के लिए आबकारी विभाग का एक कांस्टेबल एक माह की रिश्वत के रूप में 50 हजार रुपए और शराब की बोतल के 30 हजार रुपए की मांग कर रहा है. वो एक दलाल के माध्यम से यह रिश्वत की राशि लेता है. एसीबी की टीम ने 30 मार्च को इस शिकायत का सत्यापन करवाया. इस दौरान दलाल ने 30 हजार रुपए लेने की बात कबूली. इस पर एसीबी की टीम ने शिकायत कर्ता को गुरुवार को 50 हजार रुपए देकर भेजे. जैसे ही शिकायतकर्ता ने रिश्वत की राशि दी, एसीबी की टीम ने उसको गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद एसीबी ने कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया.
पढ़ें-ACB Action in Banswara : डिप्टी जेलर और उसका दलाल 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
अलवर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह यादव के नेतृत्व में ट्रैक की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. एसीबी की टीम ने कांस्टेबल रामजस निवासी मंगली मुंशी शाहपुर अलवर को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही दलाल दिनेश यादव निवासी फौजी कॉलोनी मन्ना का रोड को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. एसीबी की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में कई अन्य तथ्य सामने आ सकते हैं. एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों के नाम पर कांस्टेबल जसराम दुकानदारों से मंथली वसूल करता था. इसके अलावा शराब की बोतल के नाम पर भी पैसे लिया करता था. एसीबी की टीम लगातार जांच पड़ताल कर रही है.