बहरोड़ (अलवर). कोरोना काल में लोग सेहत के प्रति सचेत हो रहे हैं. लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने और औषधीय पौधों के संरक्षण को लेकर राज्य सरकार की ओर से भी ध्यान दिया जा रहा है.
ऐसे में सरकार की ओर से औषधी योजना योजना को शुरू किया गया है. इसके लिए वन विभाग की पौधशालाओं में चार प्रकार के औषधीय पौधे तैयार करने का काम शुरू हो गया है. जुलाई माह में वन महोत्सव के तहत इनका वितरण किया जाना सम्भावित है.
बहरोड़ रेंजर पंकज ने बताया कि देश में पिछले दो साल से कोरोना को देखते हुए सरकार के आदेश के बाद बहरोड़ नर्सरी में चार प्रकार के औषधीय पौधे तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ तैयार किए जा रहे हैं. नर्सरी में 1 लाख 25 हजार 118 पौधे तैयार किए जाएंगे. जो जुलाई माह में बहरोड़ ब्लॉक के प्रत्येक परीवार को आठ पौधे के हिसाब से सरकार की तरफ से निशुल्क वितरित किए जाएंगे. बता दें कि कोरोना काल में आयुर्वेदिक औषधियों पर आमजन के बढ़ते विश्वास को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
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देशभर में 5 जून को पर्यावरण दिवस (environment Day) मनाया जाता है. जिसके संरक्षण को लेकर आमजनता को जागरूक करने के लिए सरकारी स्तर पर कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं. जिससे आमजनता को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने की सीख दी जाती है, लेकिन खुद सरकारी नुमाइंदे ही सरकारी सीख पर अमल नहीं कर रहे हैं.