अलवर. जिले के रामगढ़ तहसील के बांधोली गांव के सरकारी स्कूल में एक टीचर ने मानवीयता की सारी हदें पार कर दी. जब स्कूल टीचर ने गिनती नहीं सुनाने पर 11 साल की मासूम बच्ची की बेरहमी से पिटाई कर दी. उसके बाद जब परिजन उलाहना देने स्कूल पहुंचे तो उनके साथ भी टीचर लड़ने को उतारू हो गया. फिर परिजन बच्ची को लेकर एसडीएम के पास पहुंचे. जहाँ मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारी को कार्यालय बुलाकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए.
रामगढ़ उपखंड (Block) क्षेत्र के बाधोली गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में टीचर दिनेश कुमार मीणा पर एक 11 साल की बच्ची को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है. इस मामले में बच्ची की गलती बस इतनी थी कि उसने गिनती नहीं सुनाई. जिसकी वजह से टीचर को गुस्सा आ गया और उसने बच्ची की पिटाई कर दी. गीली लकड़ी से पिटाई की वजह से बच्ची के पूरे शरीर पर निशान पड़ गए हैं. बच्ची की गंभीर हालत को देखकर उसके पिता जब इस बात का उलाहना देने के लिए मास्टर के पास पहुंचे तो टीचर अपनी गलती मानने के बजाए उनके साथ लड़ने को उतारू हो गया. वहां से निराश होकर अपनी घायल बेटी को लेकर पिता गुरदेव सिंह अपने परिजन संग बांंधोली एसडीएम अमित कुमार वर्मा के समक्ष आरोपी टीचर के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे.
जहां पर एसडीएम अमित कुमार वर्मा ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रमेश गांधी को एसडीएम कार्यालय में तुरंत बुलाया और टीचर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए. उसी समय आरोपी टीचर दिनेश कुमार मीणा भी एसडीएम के समक्ष पेश हो गया. उसने अपना सारा गुनाह कबूल कर लिया. जिस पर एसडीएम ने उसको खरी खोटी सुनाते हुए खूब फटकार लगाई. अब देखना यह है कि विभागीय कार्रवाई में आरोपी टीचर को सस्पेंड किया जाता है या नहीं. मास्टर की दबंगई की हद तब और बढ़ गई जब उससे बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में उसके पिता ने पूछा तो उनको भी उटपटांग बोलने को उतारू हो गया. बच्ची की शरीर पर निशान को देखकर एसडीएम कार्यालय के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई.
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वहीं एसडीएम ने कहा कि ऐसे अपराध करने वाले को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. जिसने 11 साल की बेटी को बेरहमी से पीट पीट कर अधमरा कर दिया. वहीं मुख्य खंड़ शिक्षा अधिकारी रमेश गांधी का कहना है कि टीचर ने जो अपराध किया है उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसी बीच उसने एक कमेटी गठित करके इसकी जांच पड़ताल के लिए स्कूल भेजा है. कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद टीचर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों के अनुसार यह पता चला है कि शिक्षा विभाग ने आरोपी टीचर का स्कूल से ट्रांसफर करके उसे एपीओ कर दिया.