अलवर. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्री अब लेट कर भी सफर कर सकेंगे. वंदे भारत ट्रेन की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर कोच बनाने का फैसला लिया है. इसके लिए हाल ही में टेंडर निकाले गए हैं. रूस की कंपनी को कोच बनाने का जिम्मा मिला है. शुरुआत में 80 कोच तैयार किए जाएंगे. कुल 200 कोच बनाने का टेंडर रेलवे की तरफ से दिया गया है.
सबसे पहले कोच का डिजाइन तैयार होगा. उसके बाद कोच बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. देश में अभी 11 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं, तो अप्रैल माह में तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएंगी. देश में चलने वाली राजधानी, शताब्दी डबल डेकर, गरीब रथ व दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह रेलवे वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला है. ऐसे में रेलवे ने अब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर कोच की व्यवस्था करने का फैसला लिया है.
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हाल ही में रेलवे बोर्ड की तरफ से 200 स्लीपर कोच बनाने का टेंडर निकाला गया था. यह टेंडर रूस की एक कंपनी को मिला है. एक वंदे भारत ट्रेन में थर्ड एसी के 11 डिब्बे लगेंगे. चेन्नई कोच फैक्ट्री के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड की तरफ से 200 स्लीपर कोच बनाने का टेंडर जारी किया है. शुरुआत में 80 कोच तैयार होंगे. सबसे पहले रूस की कंपनी द्वारा स्लीपर कोच का डिजाइन तैयार किया जाएगा. डिजाइन रेलवे बोर्ड के सामने रखा जाएगा. डिजाइन अप्रूवल होने के बाद कोच में लगने वाले मेटेरियल के निर्धारण के बाद कोच बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी.
चेन्नई में स्लीपर कोच के लिए अलग से एक जगह निर्धारित की गई है. वहां कंपनी को संसाधन डिवेलप करने होंगे. उसके बाद आगे का काम शुरू होगा. रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि स्लीपर कोच बनने के बाद यात्री वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में लेट कर सफर कर सकेंगे. अभी तक वंदे भारत ट्रेन में केवल चेयर कार की व्यवस्था है. रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि स्लीपर कोच बनने में अभी कुछ समय लग सकता है. सब कुछ ठीक रहा तो करीब एक साल के अंदर स्लीपर कोच बनकर तैयार हो जाएंगे.