अजमेर. जिले में वाहन चलाकों के खिलाफ यातायात पुलिस ने अभियान चलाया है. यह अभियान 14 से 23 अक्टूबर तक जारी रहेगा. जिसमें लाइसेंस निरस्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है. इस अभियान के तहत बुधवार को गांधी भवन सर्किल पर ट्रैफिक अधिकारी सुनीता गुर्जर के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
वहीं ट्रैफिक अधिकारी सुनीता गुर्जर ने ETV BHARAT से खास बातचीत में बताया कि, इस अभियान के तहत तेज गति से वाहन चलाने वाले, लाल बत्ती का उल्लंघन करने वाले, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले, शराब पीकर वाहन चलाने वाले और ओवरलोडिंग के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. सड़क सप्ताह के दौरान ओवरलोडेड 27 वाहनों के, 185 एमवी एक्ट में 9 चालान काटे गए. तेज गति से वाहन चलाने वालों के 35 चालान काटे गए, मोबाइल पर बात करते हुए 21 व्यक्तियों के चालान काटे गए, लाल बत्ती सिग्नल तोड़ने पर एक युवक का चालान काटा गया. तो वहीं 8 लोगों के लाइसेंस निरस्त किए गए. अभियान के तहत कुल दो दिनों में 633 चालान काटे गए. जिसमें जुर्माना लगभग 97 हजार 300 रुपये हुआ.
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इसके साथ ही मुंह पर नकाब बांध कर वाहन चलाने वाले और बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट लगाए, वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. जिससे कि सभी यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं. बता दें कि, लाइसेंस निरस्त करने के लिए आरटीओ को पत्र भी लिखा जा चुका है.
वहीं ट्रैफिक अधिकारी सुनीता गुर्जर की ओर से बिना हेलमेट पहने कई महिलाओं को भी रोका गया. जिसके बाद उनके खिलाफ नियम विरुद्ध कार्रवाई करते हुए, उनके लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. ट्रैफिक अधिकारी ने आगे कहा कि, नियमों के तहत लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. यातायात पुलिस का काम है नियमों के विरुद्ध वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करना. लेकिन लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. जिससे कि दुर्घटनाओं से बचा जा सके.