अजमेर. जिले के ब्यावर उपखण्ड में सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया है.
उनका आरोप है कि उक्त कार्य में लापरवाही बरती गई. सड़क के दोनों ओर बड़े नाले बनना प्रस्तावित था. जो मौके पर नदारद है. मूंदड़ा की ओर से रावत को प्रेषित किए गए पत्र में बताया गया है कि पीडब्ल्यूडी ने विस्तारीकरण के तहत सतपुलिया से लेकर आरएसईबी अजमेर रोड तक बनाई गई सड़क में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ और लापरवाहीपूर्वक बनाई गई. ऐसा प्रतीत होता है कि कार्य पूरा कराने की जल्दबाजी में विभाग द्वारा ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं रखा गया.
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इस कार्य की डीपीआर में सड़क के दोनों ओर जहां तक पानी का भराव रहता है. वहां 600 मीटर लंबाई में बड़े नाले का निर्माण प्रस्तावित था. लेकिन खेद की बात है कि नाले का निर्माण और सड़क का लेवल ऊंचा किए बिना निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया. उपसभापति मूंदडा ने बताया कि निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया है कि करोड़ों के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली बारिश भी सहन नहीं कर सकी. जब निर्माण कार्य शुरू हुआ. तब भी क्षेत्रवासियों ने विभाग और ठेकेदार को अवगत कराया कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम और सड़क का लेवल ऊंचा नहीं होगा तब तक समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा. उन्होंने बताया कि टेंडर की शर्तों में स्पष्ट है कि सड़क के दोनों ओर 600 मीटर तक बड़े नाले बनने थे. जो मौके पर नदारद है.
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उधर उपसभापति की ओर से विधायक शंकरसिंह रावत को लिखे पत्र को लेकर बुधवार को विधायक शंकरसिंह रावत, नगर परिषद आयुक्त राजेन्द्र चांदावत तथा उपसभापति अजमेर रोड़ पर पहुंचे तथा मौके का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विधायक रावत ने इस मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग को इसके लिए जिम्मेदार माना. उन्होंने कहा कि विभाग की अनदेखी तथा लापरवाहीं के कारण यहां पर नालों का निर्माण नहीं हो पाया.