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'गौरव पथ निर्माण' पर उपसभापति ने उठाये सवाल, विधायक ने निरीक्षण कर किया पाबंद

अजमेर के ब्यावर उपखण्ड के सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली बारिश में बह गई. ऐसे में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया.

MLA inspects Satpuliya work, Legislator inspected, सतपुलिया विस्तारीकरण प्रोजेक्ट
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Published : Aug 21, 2019, 7:30 PM IST

अजमेर. जिले के ब्यावर उपखण्ड में सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया है.

विधायक ने किया सतपुलिया कार्य का निरीक्षण

उनका आरोप है कि उक्त कार्य में लापरवाही बरती गई. सड़क के दोनों ओर बड़े नाले बनना प्रस्तावित था. जो मौके पर नदारद है. मूंदड़ा की ओर से रावत को प्रेषित किए गए पत्र में बताया गया है कि पीडब्ल्यूडी ने विस्तारीकरण के तहत सतपुलिया से लेकर आरएसईबी अजमेर रोड तक बनाई गई सड़क में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ और लापरवाहीपूर्वक बनाई गई. ऐसा प्रतीत होता है कि कार्य पूरा कराने की जल्दबाजी में विभाग द्वारा ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं रखा गया.

पढ़ेंः अजमेरः बीसलपुर बांध से पानी की निकासी जारी

इस कार्य की डीपीआर में सड़क के दोनों ओर जहां तक पानी का भराव रहता है. वहां 600 मीटर लंबाई में बड़े नाले का निर्माण प्रस्तावित था. लेकिन खेद की बात है कि नाले का निर्माण और सड़क का लेवल ऊंचा किए बिना निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया. उपसभापति मूंदडा ने बताया कि निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया है कि करोड़ों के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली बारिश भी सहन नहीं कर सकी. जब निर्माण कार्य शुरू हुआ. तब भी क्षेत्रवासियों ने विभाग और ठेकेदार को अवगत कराया कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम और सड़क का लेवल ऊंचा नहीं होगा तब तक समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा. उन्होंने बताया कि टेंडर की शर्तों में स्पष्ट है कि सड़क के दोनों ओर 600 मीटर तक बड़े नाले बनने थे. जो मौके पर नदारद है.

पढ़ेंः अजमेर में खूब ताला चटका रहे चोर...चैन से सो रही पुलिस

उधर उपसभापति की ओर से विधायक शंकरसिंह रावत को लिखे पत्र को लेकर बुधवार को विधायक शंकरसिंह रावत, नगर परिषद आयुक्त राजेन्द्र चांदावत तथा उपसभापति अजमेर रोड़ पर पहुंचे तथा मौके का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विधायक रावत ने इस मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग को इसके लिए जिम्मेदार माना. उन्होंने कहा कि विभाग की अनदेखी तथा लापरवाहीं के कारण यहां पर नालों का निर्माण नहीं हो पाया.

अजमेर. जिले के ब्यावर उपखण्ड में सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया है.

विधायक ने किया सतपुलिया कार्य का निरीक्षण

उनका आरोप है कि उक्त कार्य में लापरवाही बरती गई. सड़क के दोनों ओर बड़े नाले बनना प्रस्तावित था. जो मौके पर नदारद है. मूंदड़ा की ओर से रावत को प्रेषित किए गए पत्र में बताया गया है कि पीडब्ल्यूडी ने विस्तारीकरण के तहत सतपुलिया से लेकर आरएसईबी अजमेर रोड तक बनाई गई सड़क में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ और लापरवाहीपूर्वक बनाई गई. ऐसा प्रतीत होता है कि कार्य पूरा कराने की जल्दबाजी में विभाग द्वारा ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं रखा गया.

पढ़ेंः अजमेरः बीसलपुर बांध से पानी की निकासी जारी

इस कार्य की डीपीआर में सड़क के दोनों ओर जहां तक पानी का भराव रहता है. वहां 600 मीटर लंबाई में बड़े नाले का निर्माण प्रस्तावित था. लेकिन खेद की बात है कि नाले का निर्माण और सड़क का लेवल ऊंचा किए बिना निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया. उपसभापति मूंदडा ने बताया कि निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया है कि करोड़ों के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली बारिश भी सहन नहीं कर सकी. जब निर्माण कार्य शुरू हुआ. तब भी क्षेत्रवासियों ने विभाग और ठेकेदार को अवगत कराया कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम और सड़क का लेवल ऊंचा नहीं होगा तब तक समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा. उन्होंने बताया कि टेंडर की शर्तों में स्पष्ट है कि सड़क के दोनों ओर 600 मीटर तक बड़े नाले बनने थे. जो मौके पर नदारद है.

पढ़ेंः अजमेर में खूब ताला चटका रहे चोर...चैन से सो रही पुलिस

उधर उपसभापति की ओर से विधायक शंकरसिंह रावत को लिखे पत्र को लेकर बुधवार को विधायक शंकरसिंह रावत, नगर परिषद आयुक्त राजेन्द्र चांदावत तथा उपसभापति अजमेर रोड़ पर पहुंचे तथा मौके का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विधायक रावत ने इस मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग को इसके लिए जिम्मेदार माना. उन्होंने कहा कि विभाग की अनदेखी तथा लापरवाहीं के कारण यहां पर नालों का निर्माण नहीं हो पाया.

Intro:एंकर- सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली ही बारिश में बह गई। ऐसे में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया। शिकायत के बाद विधायक ने मौका निरीक्षण कर माना कि निर्माण में लापरवाही हुई है और अधिकारियों को इस बाबत फटकार लगाते हुए सुधार के निर्देश दिए।

सतपुलिया विस्तारीकरण के नाम पर छह करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट में बनी सड़क की गुणवत्ता को लेकर उपसभापति सुनील मूंदड़ा ने सवाल उठाते हुए विधायक शंकरसिंह रावत को समस्या से अवगत कराया है। उनका आरोप है कि उक्त कार्य में लापरवाही बरती गई। सड़क के दोनों ओर बड़े नाले बनना प्रस्तावित था, जो मौके पर नदारद हैं। मूंदड़ा की और से रावत को प्रेषित किए गए पत्र में बताया गया है कि पीडब्ल्यूडी ने विस्तारीकरण के तहत सतपुलिया से लेकर आरएसईबी अजमेर रोड तक बनाई गई सड़क में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ और लापरवाहीपूर्वक बनाई गई। ऐसा प्रतीत होता है कि कार्य पूरा कराने की जल्दबाजी में विभाग द्वारा ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं रखा गया। इस कार्य की डीपीआर में सड़क के दोनों ओर जहां तक पानी का भराव रहता है वहां 600 मीटर लंबाई में बड़े नाले का निर्माण प्रस्तावित था, लेकिन खेद की बात है कि नाले का निर्माण और सड़क का लेवल ऊंचा किए बिना निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया। निर्माण के समय ही क्षेत्रवासियों ने विरोध किया था। परिणामस्वरूप बारिश शुरू होते ही दोनों ओर अत्यंत खराब स्थिति हो चुकी है। यहां से पैदल निकलना भी संभव नहीं है। रोड के बीच में बनाए गए डिवाइडर भी मानो औपचारिकता की गई। साथ ही सड़क निर्माण के दौरान हटाए गए पेड़ की जगह नए पेड़ भी लगाने की व्यवस्था नहीं की गई। इसके अलावा जो पोल रोड की जद में आ रहे हैं उन्हें भी शिफ्ट नहीं कराया गया। इसकी उच्च स्तर पर जांच कराई जानी चाहिए। उपसभापति मूंदडा ने बताया कि निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया है कि करोड़ों के प्रोजेक्ट में बनी सड़क पहली बारिश भी सहन नहीं कर सकी। जब निर्माण कार्य शुरू हुआ तब भी क्षेत्रवासियों ने विभाग और ठेकेदार को अवगत कराया कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम और सड़क का लेवल ऊंचा नहीं होगा तब तक समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा। उन्होंने बताया कि टेंडर की शर्तों में स्पष्ट है कि सड़क के दोनों ओर 600 मीटर तक बड़े नाले बनने थे, जो मौके पर नदारद हैं।


बाइटरू
सुनील मूंदडा
उपसभापति, नगर परिषद ब्यावर


उधर उपसभापति की और से विधायक शंकरसिंह रावत को लिखे पत्र को लेकर बुधवार को विधायक शंकरसिंह रावत, नगर परिषद परिषद आयुक्त राजेन्द्र चांदावत तथा उपसभापति ,अजमेर रोड़ पर पहुंचे तथा मौका निरीक्षण किया। इस दौरान विधायक ने मौका निरीक्षण किया। मौका निरीक्षण के दौरान विधायक रावत ने इस मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग को इसके लिए जिम्मेदार माना। उन्होंने कहा कि विभाग की अनदेखी तथा लापरवाहीं के कारण यहां पर नालों का निर्माण नहीं हो पाया जिसके कारण उक्त हालात पैदा हो गए। विधायक ने मौके पर उपस्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एसएस सलूजा से मौके पर नालों का निर्माण करवाने तथा टूटे हुए डिवाइडरों को दुरूस्त करवाने के बाद पौधारोपण करवाने के निर्देश दिए। मौका निरीक्षण के दौरान विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता दिनेशसिंह भी उपस्थित थे।

बाइटरू
शंकरसिंह रावत
विधायक, ब्यावर विधानसभा


स्लग-
छह करोड के प्रोजेक्ट वाले सतपुलिया विस्तार पर उपसभापति ने उठाएं सवाल
शिकायत के बाद विधायक रावत ने किया मौका निरीक्षणBody:कुलभूषण ब्यावरConclusion:
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