नसीराबाद (अजमेर). लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों के लिए खाने का संकट खड़ा हो गया है. इस मौके पर सरकार और सामाजिक संगठनों की ओर से जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है. सरकार राहत सामग्री पहुंचा रही है तो कहीं सामाजिक संगठन लोगों के लिए बना बनाया खाना उपलब्ध करवा रहे हैं.
अजमेर के नसीराबाद में कई संगठन के लोग जरूरतमंद लोगों के लिए खाना उपलब्ध करवा रहे हैं. सभी समाजों के भामाशाह और समाजसेवी 25 मार्च से ही गांधी चौक स्थित रामचंद्र जी धर्मशाला में जरूरतमंदों के लिए भोजन तैयार करवा रहे हैं और भोजन वितरित कर रहे हैं. इस दौरान वो स्वच्छता का बराबर ध्यान रखते हैं और सोशल डिस्टेंस की पालना करते हैं.
सर्व समाज के संयोजक एडवोकेट संदीप अग्रवाल ने बताया कि खाना बनाने में करीब 6 हलवाई और 6 पैकिंग करने वालों का स्टाफ लगा हुआ है. इस भोजन स्थल को रोजाना सुबह 8 बजे सैनिटाइज किया जाता है. साथ ही खाना बनाने में लगे सभी लोग सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग करते हैं. रोजाना सुबह 500 और शाम को 500 खाने के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं. इस कार्य में भामाशाहों का बहुत सहयोग प्राप्त हो रहा है.
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ऐसे में जहां प्रशासन बीएलओ की ओर से बनाई गई सूची के अनुसार ही सुखी खाद्य सामग्री का वितरण करवा रहा है, जो की पेंशन धारक, बीपीएल, खाद्य सुरक्षा सहित अन्य सरकारी योजनाओं का जिनको लाभ नहीं मिलता हो, उनको ही सुखी खाद्य सामग्री के किट वितरित किये जा रहे हैं. साथ ही असहाय श्रेणी, बेघर, मजदूर, निर्माण, खनन और औद्योगिक श्रमिक आदि के परिवारों को सुखी खाद्य सामग्री के किट दिये जा रहे हैं.
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इस किट में 5 किलो आटा, एक किलो चावल, एक किलो दाल, आधा लीटर तेल सहित मिर्च मसाले शामिल हैं. जानकारी के अनुसार नसीराबाद उपखंड में उपखंड प्रशासन ने बीएलओ की रिपोर्ट के अनुसार 970 परिवारों को चिन्हित किया है और प्रशासन 300 किट रसद विभाग और 300 किट भामाशाहों के माध्यम से एकत्रित हो गए, जिनमें कस्बे के आठों वार्डो में 236 परिवार को चिन्हित किया गया था. जिसमें से एक सप्ताह की सामग्री के किट 200 परिवारों को वितरित कर दिए गये हैं.