केकड़ी (अजमेर). क्षेत्र में जन आधार कार्ड के नाम पर कथित शिविर लगाकर आमजन से वसूली किए जाने का मामला सामने आया है. यह मामला सामने आने के बाद विकास अधिकारी कुश्लेश्वर सिंह ने मौके पर पहुंचकर तीन युवकों को पकड़ा है.
उन्होंने युवकों को सख्त हिदायत देते हुए आगे से इस तरह के कैम्प ना लगाने की नसीहत दी है. बता दें, कि प्रदेश में भामाशाह की जगह जन आधार कार्ड जारी किया गया है. मार्च के बाद भामाशाह की जगह जन आधार कार्ड चालू होगा. इस घोषणा के बाद से ही जन आधार कार्ड प्रिन्ट देने के नाम पर कथित शिविर लगाकर गांवों मे खुलेआम लूट की जा रही है.
ग्रामीणों ने बताया, कि जन आधार कैम्प के नाम पर हर गांव में शिविर लगाया जा रहा है. इसको लेकर ना तो पंचायत समिति प्रशासन की ओर से स्वीकृति है और ना ही अन्य अधिकारियों की ओर से. इसके बावजूद जन आधार के नाम पर यह वसूली का खेल बदस्तूर जारी है. लोगों से एक जन आधार कार्ड निकालने के नाम पर चालीस से पचास रुपए वसूले जा रहे हैं.
इसकी शिकायत मिलने पर गुरुवार को विकास अधिकारी कुश्लेश्वर सिंह ग्राम पंचायत मोलकिया के आमली गांव में मौके पर पहुंचे. युवकों ने मौके पर शिविर को लेकर एक पोस्टर भी लगा रहा था. उन्होंने मौके पर फर्जी कैम्प लगाकर बैठे तीन युवकों से पूछताछ की. युवकों ने किसी तरह का कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद युवक अपना सामान समेट वहां से चले गए. सूचना मिलते ही मौके पर ग्राम सचिव बन्नाललाल मीणा, सूचना सहायक मोहित भाटी, रमेश माली भी पहुंच गए थे.
ई-मित्र आईडी की जाएगी बंद
विकास अधिकारी कुश्लेश्वर सिंह ने बताया, कि ग्राम पंचायत मोलकिया के आमली गांव में कुछ युवक जनआधार का कैम्प लगाकर बैठे थे. उनके पास मौके पर लैपटॉप और प्रिन्ट मशीन थी. युवकों की ई-मित्र आईडी बंद करने के लिए सूचना प्रोद्योगिकी विभाग को बोल दिया है. भविष्य में इस तरह के शिविर लगाकर वसूली करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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सरकार की और वितरित किए जाएंगे कार्ड
विकास अधिकारी कुश्लेश्वर सिंह ने बताया, कि राज्य सरकार की और से जन आधार कार्ड मुफ्त में बांटे जाएंगे. उन्होने बताया, कि जल्द ही जन आधार के पीवीसी कार्ड आ जाएंगे. ग्राम पंचायतों के माध्यम से उन्हें वितरित किया जाएगा.