अजमेर. जिले में 45 से अधिक उम्र के शेष लोगों के टीकाकारण के लिए नियर बाय फार्मूले पर कार्य करने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है. कोरोना महामारी में प्रबंधन का कार्य देख रहे समस्त इंसिडेंट कमांडर को निर्देश दिए गए है कि टीकाकरण के लिए केंद्र पर लोगों को बुलाने की बजाय रिहायशी क्षेत्रों में जाकर लोगों के टीकाकरण किये जाए. साथ ही जिले में कोरोना संक्रमण के सही आकलन के लिए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाकर लोगों की कोरोना जांच शुरू होगी.
इस संबंध में अतिरिक्त कलेक्टर कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 45 से ऊपर की उम्र के लोगों में टीकाकरण को लेकर काफी उत्साह है. अजमेर शहर में 80 फीसदी 45 की उम्र के ऊपर के लोगों का टीकाकरण हो चुका है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आंकड़े कम है. ऐसे में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश पर टीकाकरण के लिए नियर बाय के फार्मूले पर टीकाकरण किया जाएगा.
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इसमें रिहायशी क्षेत्रों में जहां भी 10 व्यक्ति होंगे, वहीं पर मेडिकल की टीम जाकर टीकाकरण करेगी. इससे 45 की उम्र से अधिक के लोगों का ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण हो सकेगा. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए केंद्र दूर होने पर लोग टीकाकरण के लिए नहीं जाते हैं. ऐसे में इंसिडेंट कमांडर ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को चिन्हित करेंगे और उनके क्षेत्र में नियर बाय फार्मूले पर टीकाकरण किया जाएगा.
शर्मा ने यह भी बताया कि कोरोना महामारी के आंकड़ों में पहले से काफी कमी आई है. लेकिन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की वास्तविक स्थिति को जाने के लिए उन स्थानों पर भी कोरोना जांच की जाएगी, जहां पर लोगों का अधिक आना-जाना रहता है, ताकि जिले में कोरोना संक्रमण का वर्तमान में सही आकलन हो सके.