केकड़ी (अजमेर). लॉकडाउन के दौरान सरकार की ओर से गरीबों को राशन वितरित किया जा रहा है. लेकिन राशन गरीबों तक पहुंचने के पहले ही राशन डीलर उसे डकार रहे हैं. जिले के केकड़ी क्षेत्र के मेहरूकलां में गरीबों में वितरित होने वाला करीब 3 हजार क्विंटल राशन गायब हो गया.
मेहरूकलां के राशन डीलर रणजीत सिंह पुत्र भवानी सिंह ने मार्च महीने में गरीबों का मिलने वाला राशन ही बेच डाला और लोगों को राशन ही नहीं दिया. ये हालात भी तब हैं, जब प्रदेश कोरोना के संकट से जूझ रहा है और भामाशाह गरीब लोगों को राशन सामग्री वितरित कर रहे हैं. लेकिन सावर क्षेत्र के मेहरूकलां गांव में एक राशन डीलर ने हजारों रुपये का राशन हड़प लिया है. राशन डीलर के खिलाफ प्रवर्तन निरीक्षक अब्दुल सद्दीक ने सावर पुलिस थाने मे मुकदमा दर्ज कराया है.
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जानकारी अनुसार केकड़ी प्रवर्तन निरीक्षक अब्दुल सद्दीक ने 5 अप्रैल को मेहरूकलां में रणजीत सिंह पुत्र भवानी सिंह की राशन दुकान पर खाद्यान वितरण करने गए थे. इस दौरान रणजीत सिंह की उचित मूल्य की दुकान पर कई अनियमितताएं पाई गईं. राशन की दुकान पर पॉस मशीन में गेहूं का स्टॉक, खाद्य सुरक्षा एपीएल का 3096 किग्रा और बीपीएल, अन्त्योदय का 242 किग्रा स्टॉक दर्ज था. लेकिन मौके पर गेहूं का राशन नजर नहीं आया.
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वहीं पॉस मशीन से बिना ओटीपी के किए गए गेहूं की बिक्री का रजिस्टर नहीं था. दुकान पर स्टॉक रजिस्टर भी नहीं मिला. पॉस मशीन में प्रिंट रोल और बिक्री की पर्ची भी मौके पर नहीं मिली. राशन डीलर की दुकान के बाहर नाम, पता और प्राधिकार पत्र भी नहीं था. राशन डीलर ने गरीब लोगों का फर्जी तरीके से राशन उठाते हुए गड़बड़झाला किया है. सावर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और राशन डीलर की दुकान को रसद विभाग ने पहले ही निलंबित कर दिया था.