अजमेर. सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के मामले में अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल के दो प्रहरियों की भूमिका सामने आई है. बताया जा रहा है कि जेल में बंद हार्डकोर अपराधी और आनंदपाल गैंग के सदस्य कुलदीप तक प्रहरियों ने ही मोबाइल पहुंचाया था. इस काम के लिए दोनों प्रहरियों ने 75 हजार रुपए लिए थे. सीकर पुलिस ने अब जेल में बंद कुलदीप उर्फ टिंकू सहित दोनों जेल प्रहरी योगेश और वीरेंद्र रावत को गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि राजू ठेहट की हत्या की साजिश अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में ही रची गई थी. जेल में रहकर ही अपराधी कुलदीप ने हत्यारों से फोन के जरिए संपर्क किया था. वहीं, मौजूदा पड़ताल में सामने आया है कि जेल में बंद आनंदपाल के गुर्गे कुलदीप को जेल प्रहरी योगेश और वीरेंद्र रावत ने मोबाइल और अन्य सामान पहुंचे थे. जेल की 30 फीट की दीवार के ऊपर से मोबाइल फेंककर आरोपी कुलदीप तक पहुंचाया गया था.
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हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है कि हाई सिक्योरिटी जेल में किसी अपराधी के पास से मोबाइल बरामद हुए हो, इससे पहले भी अजमेर जेल से मोबाइल बरामद होने के कइयों मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन हर बार इन वाकयाओं के पीछे जेल प्रहरियों की भूमिका उजागर होते रही है. बावजूद इसके इस पर नियंत्रण संभव नहीं हो सका. वहीं. हालिया मामले में दो जेल प्रहरियों की गिरफ्तारी से जेल अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि हार्डकोर अपराधी कुलदीप आनंदपाल गैंग का सदस्य रहा है. कुलदीप के खिलाफ मर्डर, चौथ वसूली, लूट के 30 से भी ज्यादा मुकदमे दर्ज है.