अजमेर. पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने उनपर लगे साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी के आरोप पर सफाई दी है. मंगलवार को रावत ने प्रेस वार्ता करके इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि ये विरोधियों का षड्यंत्र है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई इस आरोप कि सिद्ध कर दे तो वो राजनीति हमेशा के लिए छोड़ देंगे.
पुष्कर में प्रेस वार्ता कर सुरेश रावत ने उन पर लगे ठगी के आरोपी को निराधार बताया. रावत ने कहा कि राजनीतिक में विरोधी इस तरह का षड्यंत्र रचते हैं. चुनाव का समय नजदीक है और टिकट प्रणाली चल रही है, ऐसे से में यह विरोधियों का षड्यंत्र है. जनता सब समझ रही है. समय आने पर विरोधी का नाम भी बताएंगे. उन्होंने कहा कि साढ़े चार करोड़ रुपए लिए जाने के आरोप झूठे हैं. वह किसान हैं और मेहनत करके अपनी आजीविका कमाना जानते हैं.
राजनीति हमेशा के लिए छोड़ देंगे : एक प्रश्न के जवाब में विधायक सुरेश सिंह रावत ने बताया कि पार्टी की ओर से किसी भी नेता ने उनसे कोई जवाब तलब नहीं किया है. पुष्कर में चल रहे अनैतिक गतिविधियों के बारे में उन्होंने विधानसभा में प्रश्न उठाया था, इसको लेकर ही विरोधियों में खलबली मची हुई है. विरोधियों का षड्यंत्र रचना राजनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि उनका 20 वर्ष का राजनीतिक जीवन रहा है. 10 वर्ष से वो विधायक हैं. इस तरह का आरोप पहले कभी नहीं लगा. अगर कोई भी व्यक्ति इस आरोप को सिद्ध कर दें तो वो राजनीति हमेशा के लिए छोड़ देंगे.
ये है मामला : बता दें कि पुष्कर के ही एक गवर्नमेंट व्यापारी ने विधायक सुरेश रावत पर साढ़े चार करोड़ रुपए ऐंठने का गंभीर आरोप लगाया है. उसका कहना है कि 2019 में अजमेर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी का टिकट दिलाने के नाम फर विधायक ने उससे पैसे लिए थे, जो वो वापस नहीं कर रहे हैं. व्यापारी ने विधायक रावत पर उसे पिछले चार साल से परेशान करने का भी आरोप लगाया है.