अजमेर. यहां स्थानीय मुद्दों के अगर बात करें तो पानी और बिजली की समस्या महत्वपूर्ण है जहां अप्रैल के महीने में गर्मी बढ़ रही है वहीं अब धीरे-धीरे पानी की किल्लत भी बढ़ती हुई नजर आ रही है अगर ग्रामीण इलाकों की बात करें तो वहां स्थिति जस की तस बनी हुई है. लोकसभा चुनाव में जहां इस बार चर्चित चेहरों की साख दांव पर लगी है वहीं जनता मोदी के चेहरे पर वोट देगी.
बेरोजगारी और शिक्षा इस बार लोकसभा चुनाव में हावी रहेगा युवाओं को नौकरी देने का वादा हर सरकार का विफल नजर आया है वही बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है जिस पर किसी तरह की कोई लगाम नहीं है. इसी पर जनता की राय की हम बात करें तो स्थानीय उम्मीदवार ही विकास के कार्य कराएगा क्योंकि पैराशूट प्रत्याशी अगर जीतता है तो फिर से वह जीतने के बाद अजमेर की जनता को भूल जाएगा.जनता ऐसा प्रत्याशी चाहती है जो उनके बीच में रहकर उनके मुद्दों को औऱ उनकी आवाज को संसद में उठाए.
इसी के साथ ही वह स्थानीय भी हो जो मतदाताओं की बात को सुन सके और उनके कार्यों को पूरा कर सके. लोकसभा चुनाव में एयर स्ट्राइक जैसे मुद्दे भी हावी रहेंगे जिनके जरिए पहली बार भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिक्रिया दी हो.अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में कौन सी सत्ता सरकार में आती है और देश का वजीर ए आजम किसे बनाती है यह जनता के मूड पर ही टिका हुआ है कि आखिर 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री कौन होगा.