अजमेर. शहर के चर्चों में मंगलवार की रात्रि घड़ी में 12 बजते ही मसीह समाज के लोग शांति के दूत प्रभु यीशु के धरती पर अवतरित होने की खुशी में डूब गए. प्रभु यीशु के आगमन पर शुभ समाचार सभी को सुनाया गया. धर्मावलंबियों ने परमपिता परमेश्वर की आराधना करते हुए अपने इकलौते पुत्र प्रभु यीशु को धरती को पाप मुक्त करने के लिए भेजने पर शुक्रिया अदा किया.
सभी ने यीशु के जन्म पर प्रार्थना की और क्रिसमस की खुशियां मनाई. वहीं खुशी में सब एक-दूसरे को 'मैरी क्रिसमस, हैप्पी क्रिसमस' कहते हुए यीशु के जन्म की बधाई देने लगे. कोई हाथ मिलाकर तो कोई गले लगकर बधाई दे रहा था. धर्मावलंबियों ने प्रभु यीशु की महिमा का गुणगान करते हुए कैरोल गाया और हाथों में मोमबत्ती लेकर और पटाखों की गूंज के बीच उनके आगमन की खुशियां मनाईं. देर रात तक मोबाइल और सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देने का सिलसिला लगातार जारी रहा. इससे पूर्व चर्चों में मिडनाइट सर्विस हुई. पादरियों ने विश्व शांति के लिए प्रार्थना की और सभी को क्रिसमस की बधाई देते हुए प्रभु यीशु की तरह मानवता की भलाई के काम करने का आह्वान भी किया.
विशेष प्रार्थना हुई
सेंट असलम स्कूल स्थित मेक्यूलेट कन्सपेशन चर्च में विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया. इस मौके पर परिषद में पारंपरिक तरीके से जुलूस निकाला गया, जिसमें सबसे आगे बिशप पास डिसूजा की अगुवाई में बच्चे प्रभु यीशु के बाल रूप को पालने में लेकर चल रहे थे. इस जुलूस में पादरी और धर्मावलंबी भी शामिल रहे और कुछ के हाथों में मोमबत्तियां भी थीं.