पुष्कर (अजमेर). दो दिन तक लगातार गोलियों की गूंज, बम धमाकों की धमक, एनएसजी के जाबांज कमांडों की कदमताल से उड़ती धूल, यह नजारा था भारत की विशेष सुरक्षा टुकड़ी एनएसजी के ऑपरेशन ड्रिल लाइटनिंग स्ट्राइक का.
दरअसल पुष्कर कस्बे में तीन दिन से लगातार एनएसजी के कमांडो और उच्च अधिकारी आपातकाल को मद्देनजर रखते हुए अपनी सुरक्षा तैयारियों का जायजा ले रहे है थे. यूं तो पुष्कर कस्बा आध्यात्मिक धुनों और सांस्कृतिक ताल के साथ-साथ प्राकृतिक मन को महसूस करता है. पर इन दिनों कस्बे की फिजाओं में गोलियों की गूंज ओर बारूद की महक थी.
भारत का विशेष सुरक्षा दस्ता एनएसजी पिछले दो दिनों से कस्बे के इजरायली धर्म स्थल बेतखबाद, होटल ओएसिस और जगत पिता ब्रह्मा मंदिर में एन्टी टेरर और होस्टेस क्राइसीज ड्रिल कर रहा था. जिसके चलते मीडिया कर्मियों सहित आम लोगों को इन चिन्हित स्थानों से दूर रखा जा रहा था. बुधवार को हुई प्रेस वार्ता के दौरान एनएसजी के डेप्युटी पोस्ट कमांडेंट अभिषेक मुखर्जी ने बताया कि इस विशेष एक्सरसाइज का नाम लाइटिंग स्ट्राइक रखा गया था. जिसमे एनएसजी कमांडो की 12 टीमों ने हिस्सा लिया. साथ ही इसमें ATS, SDRF, राजस्थान पुलिस के जवानों और अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया.
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इस एक्सरसाइज के दौरान कई राउंड गोलियां चलाई गई और विभिन्न प्रकार के ग्रेनेड प्रयोग में लिए गए. पूरी कार्रवाई आई जी ऑपरेशन मेजर जनरल वी एस रानाडे के निर्देशन में हुई. मुखर्जी ने एनएसजी डीजी एस एस देशवाल की तरफ से स्थानीय प्रशासन और मीडिया कर्मियों के सहयोग के लिए आभार जताया. प्रेस वार्ता के दौरान पुष्कर उपखंड अधिकारी दिलीप सिंह राठौड़, राजस्थान पुलिस के सीओ ग्रामीण छवि शर्मा मौजूद रहे.
गौरतलब है कि पुष्कर कस्बा सालों से आतंकवादियों के निशाने पर रहा है. तीर्थ नगरी पुष्कर में विश्व के एकमात्र चतुर्मुख ब्रह्मा का मंदिर है. इसके साथ ही राजस्थान के एकमात्र इजरायली यहूदी समुदाय का धर्म स्थल बेतखबाद स्थित है. जिसके चलते कस्बा संवदेनशील इलाकों में आता है.
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पूर्व में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने सन 2009 में दो दिन पुष्कर में रुक कर रेकी की थी. जिसका खुलासा मुम्बई हमले के बाद हुआ था. तब से ही जगत पिता ब्रह्मा मंदिर और इजरायली धर्म स्थल बेतखबात की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. हाल ही में इजरायली एम्बेसी के बाहर हुए बम धमाकों के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है. इसी के चलते इस तरह की ऑपरेशन ड्रिल को अंजाम दिया गया है.