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प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए लगाई मदद की गुहार

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Published : Apr 29, 2020, 12:12 PM IST

अजमेर के केकड़ी में मंगलवार को शेल्टर होम में ठहरे प्रवासी मजदूर उपखंड कार्यालय पर पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों से घर वापस जाने की दरखास्त की. वहीं इतने मजदूरों के शेल्टर होम से बाहर निकलने की खबर मिलने पर उपखंड अधिकारी ने संबंधित कार्मिकों से बात कर नाराजगी जताई.

मजदूरों ने की मांग,  Workers demanded
घर वापसी के लिए लगाई गुहार

केकड़ी (अजमेर). केकड़ी के शेल्टर होम में ठहरे अंतर्रराज्यीय प्रवासी मजदूरों को अपने लोगों की चिंता सता रही है. जिसके चलते मंगलवार को इन मजदूरों ने अपनों के पास पहुंचने के लिए उपखंड कार्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों से दरखास्त की. लेकिन वहां पर उन्हें कोई नहीं मिला.

प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए लगाई गुहार

इन मजदूरों का कहना है कि उन्हें कैसे भी करके घर पहूंचा दिया जाए. राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में शेल्टर होम में ठहरे मेहंदीपुर बालाजी के मजदूरों का दर्द है कि वे अपने परिवार को पालने के लिए अपने घरों से कोसों दूर निकलकर फसल काटने आए थे. लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे कोरोना संक्रमण के चलते फंस जाएंगे. जिससे उनकी मजदूरी पर संकट आ जाएगा.

वहीं मजदूरों के शेल्टर होम से बाहर निकलकर उपखंड कार्यालय पहुंचने की जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी ने संबंधित कार्मिकों से बात कर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगी है, वे इस तरह की लापरवाही ना बरते कि कोई भी मजदूर बाहर आ जाए. उन्होंने कहा कि श्रमिकों की जो पीड़ा है, उसको लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है. उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद ही इन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.

पढ़ें: मुख्यमंत्री सहायता कोष में अब तक जमा हुए 241 करोड़ रुपए, CM ने दानदाताओं का किया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि इन मजदूरों को नियमित समय पर खाना दिया जा रहा है. शेल्टर होम में जो भी मजदूर हैं, उनकी वे रोजाना जानकारी लेते हैं. कहीं भी कोई कमी पाए जाने पर वे स्वयं संबंधित को सुधारने के लिए निर्देशित करते हैं.

केकड़ी (अजमेर). केकड़ी के शेल्टर होम में ठहरे अंतर्रराज्यीय प्रवासी मजदूरों को अपने लोगों की चिंता सता रही है. जिसके चलते मंगलवार को इन मजदूरों ने अपनों के पास पहुंचने के लिए उपखंड कार्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों से दरखास्त की. लेकिन वहां पर उन्हें कोई नहीं मिला.

प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए लगाई गुहार

इन मजदूरों का कहना है कि उन्हें कैसे भी करके घर पहूंचा दिया जाए. राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में शेल्टर होम में ठहरे मेहंदीपुर बालाजी के मजदूरों का दर्द है कि वे अपने परिवार को पालने के लिए अपने घरों से कोसों दूर निकलकर फसल काटने आए थे. लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे कोरोना संक्रमण के चलते फंस जाएंगे. जिससे उनकी मजदूरी पर संकट आ जाएगा.

वहीं मजदूरों के शेल्टर होम से बाहर निकलकर उपखंड कार्यालय पहुंचने की जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी ने संबंधित कार्मिकों से बात कर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगी है, वे इस तरह की लापरवाही ना बरते कि कोई भी मजदूर बाहर आ जाए. उन्होंने कहा कि श्रमिकों की जो पीड़ा है, उसको लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है. उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद ही इन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.

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उन्होंने कहा कि इन मजदूरों को नियमित समय पर खाना दिया जा रहा है. शेल्टर होम में जो भी मजदूर हैं, उनकी वे रोजाना जानकारी लेते हैं. कहीं भी कोई कमी पाए जाने पर वे स्वयं संबंधित को सुधारने के लिए निर्देशित करते हैं.

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