अजमेर (ब्यावर). जिले में मंगलवार को चिकित्सालय प्रशासन और तहसीलदार के बीच असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई. प्रशासन के बार-बार दिए जा रहे फरमान के चलते चिकित्साकर्मियों ने अपना दर्द बयां किया. चिकित्साकर्मियों ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए तहसील उपखंड प्रशासन के मुखिया जसमीत सिंह संधु के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया.
चिकित्साकर्मियों ने मांग उठाई कि उनके द्वारा दिये जाने वाले बार-बार के आदेश के चलते कोविड 19 के चलते अतिआवश्यक कार्य नहीं कर पा रहे है. होम आइसोलेशन सहित अन्य व्यवस्थाओं हेतु वो लगातार अपनी ड्यूटी निभा रहे है. ऐसे में हर रोज अलग-अलग आदेश निकालकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. ऐसे में सभी चिकित्साकर्मी पीएमओ आलोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में उपखंड कार्यालय पहुंचे और अपनी पीड़ा एसडीएम के समक्ष रखने का प्रयास किया, लेकिन एसडीएम के नहीं मिलने के कारण चिकित्साकर्मी आक्रोशित हो गए.
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ऐसे में चिकित्सालय स्टाफ से बात करने हेतु तहसीलदार कक्ष से बाहर उनकी समस्या सुनने आए, लेकिन विरोध के चलते चिकित्सालय कर्मियों ने तहसीलदार पर अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया. तहसीलदार और एसडीएम द्वारा चिकित्साकर्मियों का ज्ञापन नहीं स्वीकार करने पर चिकित्सालय प्रशासन ने पुलिस को शिकायत दी.
चिकित्सालय कर्मियों ने बताया कि एसडीएम से पूर्व में ही मुलाकात का समय लिया गया था, लेकिन हठधर्मिता के चलते एसडीएम ने उनसे मुलाकात नहीं की. उनका कहना था कि बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ मिला जा सकता था, लेकिन उनकी मांगों को नजरअंदाज कर तहसीलदार द्वारा महिला चिक्त्सिकों के सामने अभद्र व्यवहार किया गया. जिसका सभी ने रोष प्रकट कर जल्द समांजस्य बैठाकर उनकी वेदना नहीं सुनने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.