केकड़ी (अजमेर). केकड़ी के नाइखेड़ा में राजपूत परिवार ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए बेहद सादे तरीके से शादी कर एक मिसाल पेश की है. वैसे तो शादी में आज मेरे यार की शादी है, बहारों फूल बरसाओं जैसे गानों की गूंज रहती है. लेकिन इस शादी से यह गूंज गायब रही.
इस शादी में न तो बैंड-बाजा का इस्तेमाल हुआ और न ही बारातियों को बुलाया गया. केकड़ी उपखंड के नाईखेड़ा गांव में हुआ यह विवाह लॉकडाउन के बीच चर्चा का विषय बन गया है. बता दें कि अजमेर शहर के प्रतापनगर से नाईखेड़ा गांव में एक बारात आई, नाम तो बारात का था, लेकिन उसमें केवल चार लोग ही शामिल थे. दूल्हा गजेन्द्र सिंह राठौड़ अपने पिता जुगल सिंह राठौड़ और चार अन्य परिजनों के साथ नाईखेड़ा गांव पहुंचा.
यह भी पढ़ें- लॉकडाउन 3.0 : आज से क्या खुला रहेगा, क्या बंद रहेगा, जानें
सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए यहां सादगी और रीति-रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया. फेरो में बैठने से पहले दूल्हे को सैनिटाइज कराया गया. विवाह की रस्म के दौरान कोरोना संक्रमण के चलते वे सभी नियम भी अपनाए गए, जो सरकार द्वारा निर्देशित किए गए हैं.
बताया जा रहा है कि विवाह की तारीख तो लॉकडाउन से पहले ही रख दी गई थी. लेकिन लॉकडाउन हो जाने के बाद न तो शादी के कार्ड बंट सके और न ही समाज को बुलावा भेजा गया. इतना ही नहीं सभी रिश्तेदारों को शादी में आने से भी मना कर दिया गया. दूल्हा बने गजेन्द्र सिंह राठौड़ और दुल्हन पूजा कंवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों का ध्यान रखते हुए शादी के बंधन में सात फेरे भी लिए और सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखा.
मुंह पर मास्क लगाकर और सामाजिक दूरी बनाकर संपन्न कराए गए. इस विवाह की चर्चा पूरे क्षेत्र में है. सात फेरों के बाद इस नव विवाहित जोड़े ने लोगों से अपील भी की है कि कोरोना वायरस से चल रही इस लड़ाई में सभी को ध्यान रखना है और सामाजिक दूरी, मुंह पर मास्क और हाथ धोने की इस परंपरा को आगे भी बनाए रखना है.
यह भी पढ़ें- श्रमिकों की रेल यात्रा का खर्च वहन करेगी कांग्रेस पार्टी
वर पक्ष के लोगों ने बताया कि उन्होंने शादी धूमधाम से ही करने की योजना बनाई थी. लेकिन कोरोना संकट आने से लॉकडाउन हो गया और समारोह पूर्वक शादी की योजना रद्द करनी पड़ी. वधू पक्ष वाले कहते हैं कि शादी के दिन को लेकर उन्होंने भी सपने संजो रखे थे. मगर क्या करें परिस्थितियां ही ऐसी आ गईं. जिसके चलते उन्होंने सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सादगी से शादी की रस्में अदा की है.