अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 807 वां उर्स धुमधाम से मनाया जा रहा हैं. बुधवार को बरसों पुरानी परंपरा के अनुसार कुल की रस्म अदा की गई. केवड़े और गुलाब जल से यह रस्म निभाई गई. और इसी के साथ गरीब नवाज के उर्स का अनौपचारिक रूप से समापन हो गया.
गरीब नवाज के 807 वर्ष में बुधवार रात को कुल की रस्म अदा की गई है. शुक्रवार को जुम्मे की नमाज अदा की जाएगी, जिसमें लाखों लोग इस नमाज में शामिल होंगे.
कुल की रस्म के बाद हालांकि हजारों जायरीन लौटना शुरू कर देते हैं और बड़ी तादाद में जायरीन अभी बड़े कुल की रस्म में शामिल होने के लिए अजमेर शरीफ में रूके हुए हैं.
रस्म अदायगी के समय दरगाह शरीफ जायरीनो से लबालब भरी हुई थी. यह मंजर है ख्वाजा गरीब नवाज का जहां छोटे कुल की रस्म का अदा किया जा रहा था. ख्वाजा के दीवाने गुलाब जल से दरगाह शरीफ में आस्ताना शरीफ के चारों और बनी दीवारों को धोते हुए नजर आ रहे थे. यह सिलसिला देर रात तक इसी प्रकार से चलता रहा.
गुरुवार सुबह कुल की रस्म के लिए सुबह 9:00 बजे आस्ताना शरीफ आम जायरीनो के लिए बंद कर दिया जाएगा. इस दौरान खादिम समुदाय के लोग मजार शरीफ पर गुस्ल की रस्म को अदा करेंगे. जायरीनो की ओर से सुबह दरगाह के विभिन्न स्थानों की धुलाई गुलाब जल से की जाएगी.
गुलाब जल और केवड़े से कुल के छोटे देने का सिलसिला बुधवार रात से ही शुरू हो चुका है जो गुरुवार दिन तक इसी प्रकार से चलता रहेगा.