केकड़ी (अजमेर). जयपुर और टोंक की लाइफ लाइन कही जाने वाली बीसलपुर बांध दोपहर के बाद छलक जाएगी. बांध में भरा पानी बनास नदी की गोद में जल्दी ही चला जाएगा. यह दृश्य तीन से पांच बजे के बीच देखने को मिलेगा. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पानी की आवक जारी रहने से अब बांध अपनी भराव क्षमता जो की 315.50 आरएल मीटर है, को छू लेगा. सुबह दस बजे तक बांध का जलस्तर 315.40 आरएल मीटर दर्ज किया गया था और दोपहर के बाद इसके छलकने की संभावना जताई जा रही है. यह बांध छलकने से अब सिर्फ 10 सेमी. ही दूर है.
बांध के लगभग पूरा भर जाने एवं पानी की आवक जारी रहने के कारण अब इसके गेट दोपहर के बाद खोले जाने की सूचना मिली है. दोपहर तीन बजे से पांच बजे के बीच बांध के एक या दो गेट से पानी की निकासी की जा सकती है. गेट खोलने की स्थिति में बांध के कैचमेंट क्षेत्र को पूरी तरह खाली कर दिया गया है जिस से की जब पानी छोड़ा जाए, तो उस स्थिति में किसी तरह के जान-माल का नुकसान न हो.
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क्षेत्र में मुनादी के अलावा बांध का सायरन बजाकर भी लोगों को सतर्क किया गया है. बीसलपुर बांध पर तीन साल बाद इस बार चादर चलने की संभावना दिख रही है. इससे पहले वर्ष 2016 में बांध के पूरा भर जाने पर इसके गेट खोलने पड़े थे. उस दौरान बांध के सभी 12 गेट खोलकर 1 लाख 63 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इससे पहले के साल 2014, 2006, 2005 तथा 2004 में बांध के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा चुकी है.
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बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर, टोंक, दौसा जिलों में पेयजल आपूर्ति की जाती है. बीसलपुर बांध में सोमवार को सुबह 10 बजे पानी का गेज 315.40 आरएल मीटर दर्ज हुआ था. बांध की जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और बांध में 38.703 टीएमसी पानी पेजयल और सिंचाई के लिए आरक्षित किया जाता है. इसके बाद बांध के गेट खोल दिए जाते हैं. तीन साल पहले 2016 में भी बीसलपुर बांध लबालब हुआ था तब चैनल गेट खोले गए थे. त्रिवेणी का गेज 2.40 मीटर दर्ज किया गया है.