पुष्कर. बात होली की हो और रंगीले राजस्थान का जिक्र ना हो ये हो नहीं सकता...यहां की अनोखी परंपरा होली के रंगों में वर्षों से मिठास घोलती आई है...पुष्कर में हुरियारों का अंदाज ही कुछ निराला है...वहीं विदेशियों के लिए यह पैशन बन गई है.
दरअसल हम जिक्र कर रहे हैं पुष्कर की. जहां दुनिया का एक मात्र ब्रह्मा जी का मंदिर...यह धार्मिक तो ही है...साथ ही यहां की एक अनोखी परंपरा इस स्थल को और लोकप्रिय बनाती है...वह है पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली. मथुरा के बरसाने में लट्ठमार तो पुष्कर की कपड़ा फाड़ होली बेहद लोकप्रिय है. यहां आने वाले पर्यटकों को होली के दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है...वे इस आयोजन के लिए सात समंदर पार कर आते हैं. और पुष्कर के लोगों के साथ ऐसे घुल मिल जाते हैं...कि लगता ही नहीं की वे कभी यहां से अंजान रहे हों.
लेकिन बीते कुछ वर्षों में इस परंपरा में असामजित तत्वों ने खटास घोल दी है. पर्यटकों के लिए बुरी खबर है. स्थानीय प्रशासन ने इस बार कपड़ा फाड़ होली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके पीछे फूहड़ता और अश्लीलता का हवाला दिया गया है. आयोजकों को कपड़ा फाड़ होली आयोजित ना करने का नोटिस थमा दिया गया है.
पुष्कर की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है. यहां देश और दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं. वर्षों से कपड़ा फाड़ होली देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती रही है. इसमें शामिल होने के लिए महीने भर पहले से ही होटल और गेस्ट हाउस में बुकिंग कर ली जाती है. यह आयोजन होली के दिन पुष्कर के मुख्य बाजार में स्थित चौक में किया जाता है. अब इस खूबसूरत परंपरा पर अब बैन लग चुका है. प्रशासन ने कपड़ा फाड़ होली को रोकना का पूरा प्रबंध कर दिया है. वहीं पर्यटकों में इस खबर के बाद मायूसी है.