अजमेर. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बुधवार को राजस्थान के दौरे पर रहे. यहां सबसे पहले वो कोटा पहुंचे और फिर देर शाम वहां से अजमेर संभाग के जिलों के प्रमुख पदाधिकारियों संग मार्बल सिटी किशनगढ़ में बैठक किए. वहीं, नड्डा के किशनगढ़ पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया. मार्बल सिटी में आयोजित बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और कार्यक्रम समन्वयक व महामंत्री भजनलाल शर्मा मौजूद रहे.
असल में दूसरी सूची जारी होने से पहले नड्डा स्थानीय नेताओं के मन को टटोल रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को कोटा और अजमेर संभाग के पदाधिकारियों संग बैठक भी की, ताकि उनकी बातें खुलकर सामने आ सके. इतना ही नहीं इस बैठक में नड्डा ने पदाधिकारियों से सीटवार समीकरणों को भी जाना. वहीं, बैठक से पहले अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, नागौर से पूर्व सांसद सीआर चौधरी समेत स्थानीय पदाधिकारियों ने उनकी अगवानी की. इधर, मार्बल एसोसिएशन कार्यालय में आयोजित बैठक में अजमेर संभाग के सभी जिलों के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए.
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अजमेर संभाग में यहां से आए इतने कार्यकर्ता
- अजमेर शहर - 49
- अजमेर देहात - 61
- नागौर शहर - 48
- नागौर देहात - 50
- भीलवाड़ा - 56
- टोंक - 50
नड्डा की अहम बैठक : जेपी नड्डा की संभागवार बैठक चुनावी रणनीति का हिस्सा है. प्रमुख कार्यकर्ताओं से बातचीत करके नड्डा उनके मन को टटोल रहे हैं. साथ ही कार्यकर्ताओं की भावना को भी जानने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उनकी कोई समस्या हो तो उसे समय रहते दूर कर सके. इतना ही नहीं, इस बैठक के जरिए नड्डा कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव के लिए जीत का मंत्र भी दे रहे हैं.
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इन क्षेत्रों पर खास नजर : जेपी नड्डा ने टोंक, अजमेर देहात, नागौर शहर और देहात पर विशेष फोकस बना रखा है. दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव इन क्षेत्रों में भाजपा का प्रदर्शन काफी खराब रहा था. यही वजह है कि पार्टी यहां खुद को मजबूत करने में जुटी है. वहीं, अजमेर शहर को छोड़ दें तो अजमेर देहात में भाजपा से तीन सीटें छिटकी थी, जिनमें केकड़ी, मसूदा और किशनगढ़ सीट शामिल है. यही कारण है कि बैठक में नड्डा ने बूथ जीतने पर ज्यादा जोर दिया. साथ ही कार्यकर्ताओं को संगठन के प्रति वफादार रहने का पाठ भी पढ़ाया. पहली सूची जारी होने के बाद से ही 15 सीटों पर बवाल मचा हुआ है. ऐसे में डैमेज कंट्रोल करने के लिए भी पार्टी अध्यक्ष भेंट मुलाकात के सिलसिले को जारी रखे हैं.