चूरू. अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से हिस्ट्रीशीटर दिलीप फोगा और महेंद्र जाट को चूरू लेकर पहुंची. जहां आरोपियों का मेडिकल करवाया गया. गिरफ्तार दोनों बदमाश हत्या के मामले में अजमेर जेल में बंद थे.
कोतवाली थाना पुलिस जिला जेल में साल 2020 में तलाशी के दौरान बैरिक में मिले मोबाइल फोन और सिम मामले में पूछताछ करने के लिए प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर चूरू लाई है.
भालेरी थाने का हिस्ट्रीशीटर दिलीप फोगा सरदारशहर में हुए भीम सहारण हत्या मामले में जेल में बंध था. वहीं महेंद्र जाट रावतसर थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसने रावतसर चेयरमैन पति हरवीर सहारण की हत्या की थी.
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जेल से करते गुर्गों को ऑपरेट
हिस्ट्रीशीटर दिलीप फोगा और महेंद्र जाट के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट और डराने धमकाने जैसे सैकड़ों संगीन मामले विभिन्न थानों में दर्ज है. आरोपी अपनी दहशत जेल में बैठे भी बरकरार रखते हैं. गिरफ्तार आरोपियों पर शक है कि आरोपी जेल से अपनी गैंग के गुर्गों को ऑपरेट कर रहे थे और बाहर वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
कोतवाली थाना पुलिस ने साल 2020 में जिला जेल में मिले मोबाइल फोन और सिम मामले की जांच तेज कर दी है. अजमेर जेल में बैठे संपत नेहरा के नाम पर उसके गुर्गे ने सादुलपुर के बड़े व्यवसायी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी.