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अस्थायी शिक्षक है परेशान, डेढ़ साल से है वेतन का इतंजार - ajmer protest

शिक्षा व्यवस्था के प्रति सरकारों का नजरिया किस तरह का रहता है इसका अंदाजा राजस्थान में विभिन्न स्कूलों में सेवाएं दे रहे व्यावसायिक शिक्षकों के हालात से लगाया जा सकता है.

वेतन नहीं मिलने से परेशान
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Published : May 13, 2019, 8:50 PM IST

अजमेर. व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सराकर दावे तो कई करती है लेकिन हकीकत उससे परे है. मामला 1800 से अधिक व्यावसायिक शिक्षकों से जुड़ा है. इन शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें बीते डेढ़ वर्ष से वेतन ही नहीं मिला है. अजमेर में सोमवार को ऐसे ही 90 शिक्षकों ने प्रर्दशन किया.अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय के बाहर विरोध कर रहे शिक्षकों का कहना था कि वे अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं लेकिन सरकार ना तो उन्हें वेतन दे रही है और ना ही उनके नियमितीकरण को लेकर कोई आश्वासन दिया गया है.

शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि अस्थाई शिक्षक डेढ़ वर्ष से स्कूलों में विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहे हैं. शिक्षा के साथ विद्यार्थियों में स्वरोजगार की भावना को जागृत करते हुए उन्हें व्यवसाय शिक्षा से जोड़ना इसका उद्देश्य है. लेकिन सरकार के इस उद्देश्य की पूर्ति करने वाले अस्थाई शिक्षक वेतन नहीं मिलने से आहत है।

अजमेर. व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सराकर दावे तो कई करती है लेकिन हकीकत उससे परे है. मामला 1800 से अधिक व्यावसायिक शिक्षकों से जुड़ा है. इन शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें बीते डेढ़ वर्ष से वेतन ही नहीं मिला है. अजमेर में सोमवार को ऐसे ही 90 शिक्षकों ने प्रर्दशन किया.अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय के बाहर विरोध कर रहे शिक्षकों का कहना था कि वे अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे हैं लेकिन सरकार ना तो उन्हें वेतन दे रही है और ना ही उनके नियमितीकरण को लेकर कोई आश्वासन दिया गया है.

शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि अस्थाई शिक्षक डेढ़ वर्ष से स्कूलों में विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहे हैं. शिक्षा के साथ विद्यार्थियों में स्वरोजगार की भावना को जागृत करते हुए उन्हें व्यवसाय शिक्षा से जोड़ना इसका उद्देश्य है. लेकिन सरकार के इस उद्देश्य की पूर्ति करने वाले अस्थाई शिक्षक वेतन नहीं मिलने से आहत है।
Intro:अजमेर। स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बटेश्वर की स्कूलों में लगाए गए 18 सौ से ज्यादा राजस्थान शिक्षकों को डेढ़ वर्ष से वेतन नहीं मिल रहा है। इनमें अजमेर के 90 अस्थाई शिक्षक भी शामिल है जो गांठ का पैसा लगाने के बावजूद उन्हें वेतन तो दूर लगाया हुआ पैसा भी नहीं मिल रहा है।


Body:अजमेर में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत जिले की सभी सरकारी स्कूलों में लगाए गए 90 व्यवसायिक अस्थाई शिक्षकों को डेढ़ साल से वेतन नहीं मिल रहा है इतना ही नहीं गेस्ट लेक्चर हर महीने स्कूलों में दिलवाने के बाद भी उसका पैसा भी नहीं मिल रहा है वेतन नहीं मिलने से परेशान व्यवसायिक शिक्षक अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय के बाहर झूठे जहां उन्होंने वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

व्यवसायिक शिक्षकों का कहना है कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) सहित शिक्षा विभाग मुख्यालय में कई बार वेतन की मांग करने के बावजूद उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया डेढ़ साल से वेतन नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति लगभग आ गई है खास बात यह है कि विभाग की ओर से उन्हें कोई फ्रेमवर्क भी नहीं दिया गया है भविष्य में उन्हें व्यवसायिक शिक्षा के तौर पर नियमित किया जाएगा अथवा नहीं इस को लेकर भी उनके मन में संशय की स्थिति बनी हुई है....
बाइट- रुचिका अग्रवाल अस्थाई शिक्षक
बाइट- यामिनी शर्मा अस्थाई शिक्षक

अस्थाई शिक्षक डेढ़ वर्षीय से स्कूलों में विद्यार्थियों को शिक्षा दे रहे हैं जाहिर है शिक्षा के साथ विद्यार्थियों में स्वरोजगार की भावना को जागृत करते हुए उन्हें व्यवसाय शिक्षा से जोड़ना इसका उद्देश्य है लेकिन सरकार के इस उद्देश्य की पूर्ति करने वाले अस्थाई शिक्षक वेतन नहीं मिलने से आहत है।




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