अजमेर. जिला पर्यावरण सुधार समिति की ओर से केंद्रीय बस अड्डे पर अजमेर में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत रोडवेज के चालक और परिचालक के लिए नेत्र शिविर लगाया गया. इस शिविर का मोटो सुरक्षित ड्राइव के लिए जरूरी है आंखों का स्वस्थ होना रहा. समिति की ओर से करीब 200 रोडवेज चालकों और परिचालकों की जांच कर उन्हें चिकित्सीय परामर्श के अनुसार इलाज और अगले दिन चश्मे वितरित किए जाएंगे.
बता दें कि रोडवेज चालक पर कई यात्रियों को सुरक्षित यात्रा करवाने की जिम्मेदारी होती है. यदि चालक की आंखें कमजोर हो तो हादसे का अंदेशा भी बना रहता है. रोडवेज चालक की आंखों की कमजोरी से कोई हादसा ना हो, इस उद्देश्य से जिला पर्यावरण सुधार समिति की ओर से सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत नेत्र शिविर लगाया गया. शिविर के पहले दिन चिकित्सीय परामर्श के साथ चालक और परिचालकों की आंखों की जांच अत्याधुनिक मशीन से की गई. वहीं जिन चालक परिचालकों को चश्मे की आवश्यकता है, उन्हें अगले दिन 13 मार्च को समिति की ओर से चश्मा बनवा कर वितरित किए जाएंगे.
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शिविर के आयोजन समिति की पदाधिकारी दुर्गा माहिच ने बताया कि शिविर के माध्यम से चालकों और परिचालकों का सहयोग किया जा रहा है. जिससे सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. उन्होंने बताया कि शिविर के पहले दिन आंखों की जांच हो रही है. चिकित्सीय परामर्श से चालकों और परिचालकों को निशुल्क दवा भी उपलब्ध करवाई जा रही है. 13 मार्च को निशुल्क चश्मे वितरित किए जाएंगे.
समिति के सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया कि रोडवेज के चालकों पर कई जिंदगियों की जिम्मेदारी होती है, यदि उनकी आंखें कमजोर है तो दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. चालकों और परिचालकों की आंखें स्वस्थ हो और आवश्यकता अनुसार उन्हें चश्मा मिल जाए. इससे वाहन चलाने में उन्हें टिकट कब आएगी और हादसे भी कम होंगे.