अजमेर. गर्मी में बढ़ोतरी के साथ ही शहर के बाजारों में तरह-तरह की मटकियां देखने को मिल रही है. कुम्भकारों द्वारा तैयार किए जा रहे मटकों की बिक्री में भी तेजी आ गई है. बाजारों में काली मटकी, मांडना मटकी, टोंटी वाली मटकियों की धूम है. इनकी शहर में अधिक मांग होने लगी है.
गर्मी में मटके का पानी फायदेमंद होने के साथ-साथ अधिक गुणकारी भी होता है. ऐसा माना जाता है कि ग्रामीण इलाकों में पानी ठंडा रखने के लिए लोग मटकियां और सुराही का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. हालांकि सुराही का चलन अब धीरे-धीरे कम होने लगा है. गर्मी में मटके का पानी जितना ठंडा और सुकूनदायक लगता है, स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है. मटके का पानी भी कुदरती तरीके से ठंडा होता है. इसलिए यह शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं होता है. आजकल सुराही की जगह फ्रिज ने ले ली है. लेकिन फ्रिज का ठंडा पानी कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स पैदा कर सकता है.
मटकी का पानी पीने के साथ ही होते हैं यह फायदे
- मिट्टी के घड़े का पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद है. इसका तापमान सामान्य से थोड़ा ही कम होता है. जो ठंडक तो देता ही है और पाचन की क्रिया को भी बेहतर बनाने में मदद करता है. इस पानी के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर भी बढ़ता है.
- इसमें मिट्टी के गुण भी होते हैं, जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते हैं. शरीर को टॉक्सिन से मुक्त कर बॉडी की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं
- फ्रिज के पानी की अपेक्षा अधिक फायदेमंद है क्योंकि इसे पीने से गला खराब होने जैसी समस्याएं नहीं होती है. इसके अलावा सही मायने में शरीर को ठंडक देता है.