अजमेर. नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने एकमत से यूजर चार्ज की वसूली को रोकने के लिए स्थगन का प्रस्ताव पारित किया है. कांग्रेस पार्षद सदन में एकमत से यूजर चार्ज के प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग कर रहे थे. वहीं बीजेपी पार्षद यूजर चार्ज की वसूली को स्थगित करने पर अड़े हुए थे. फिलहाल अजमेर के व्यापारियों को यूजर चार्ज से अस्थाई रूप से राहत मिल गई है.
राजस्थान में यूजर चार्ज की वसूली केवल अजमेर नगर निगम में की जा रही थी. अजमेर के व्यापारी इसका विरोध कर रहे थे. नगर निगम में भाजपा का बोर्ड है. ऐसे में विपक्ष में रहते कांग्रेस लगातार भाजपा बोर्ड पर यूजर चार्ज लागू करने का ठीकरा फोड़ रही थी. कांग्रेस पार्षदों ने साधारण सभा में इसे निरस्त करने की मांग की. तकनीकी पेंच फंसने के कारण कांग्रेस पार्षदों को यूजर चार्ज के मामले में स्थगन के प्रस्ताव पर सहमति देनी पड़ी. मेयर ब्रज लता हाड़ा और डिप्टी मेयर नीरज जैन ने सभी पार्षदों की सहमति से यूजर चार्ज को स्थगन करने और सरकार से मार्गदर्शन के लिए प्रस्ताव भेजने की घोषणा की.
यूजर चार्ज सिर्फ अजमेर में: यूजर चार्ज की वसूली अजमेर नगर निगम 3 महीने से कर रहा है. राजस्थान में यूजर चार्जर लेने की शुरुआत अजमेर ने की थी. बकायदा यूजर चार्ज की वसूली के लिए मापदंड भी नगर निगम की ओर से तय किए गए थे. सफाईकर्मी और जमादार के माध्यम से यूजर चार्ज दुकानदारों से वसूला जा रहा था. सदन में आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि एनजीटी के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने अजमेर नगर निगम को यूजर चार्ज वसूलने के निर्देश दिए थे.
पहली बार आई विधायक अनिता भदेल: बैठक में अजमेर दक्षिण से विधायक अनिता भदेल पहली बार शामिल हुईं. भदेल ने विधि सम्मत यूजर चार्ज को खत्म करने की बात रखी. इस बार कांग्रेस के पूर्व प्रतिपक्ष नेता नोरत गुर्जर ने चुटकी लेते हुए भदेल से कहा कि सदन में आते रहिएगा. सदन में इस बार अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी भी शामिल हुए. उन्होंने सदन में नगर निगम आयुक्त सुशील कुमार के खिलाफ पार्षदों को प्रस्ताव लाने के लिए कहा. देवनानी ने आयुक्त पर सदन को गुमराह करने का भी आरोप लगाया. हालांकि इस पर सदन में पार्षदों ने गौर नहीं किया.
यूं गले पड़ा यूजर चार्ज: पूर्व में साधारण सभा की बैठक का आयोजन 21 अप्रैल, 2020 को जवाहर रंगमंच पर हुआ था. इसमें एजेंडे के प्रस्ताव संख्या छह को सदन में पारित किया गया था. शोरगुल के बीच यूजर चार्ज का प्रस्ताव पास हो गया. पारित प्रस्ताव पर बीजेपी के 67 पार्षदों ने हस्ताक्षर किए थे. सभा में पारित यूजर चार्ज और उसके मिनट्स को नगर निगम प्रशासन ने राज्य सरकार को भेज दिया. जहां से वह पारित प्रस्ताव एनजीटी पंहुचा. इसके बाद एनजीटी ने नगर निगम की आय बढ़ाने के उद्देश्य से यूजर चार्ज की वसूली किये जाने के निर्देश दिए. यही यूजर चार्ज अब गले की हड्डी बन चुका है.
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यह बोले विधायक और मेयर: अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर नगर निगम की ओर से व्यापारियों से यूजर चार्ज वसूला जा रहा था. साधारण सभा की बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से यूजर चार्ज की वसूली की क्रिया बनती को रोकने का प्रस्ताव लिया गया है. साथ ही सरकार से मार्गदर्शन भी मांगा गया है. देवनानी ने कहा कि कांग्रेस पार्षदों के दोहरेपन पर काफी आश्चर्य हो रहा है. एक ओर तो कांग्रेस के पार्षद आयुक्त पर भ्रमित करने का आरोप लगा रहे थे, वहीं दूसरी ओर आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई की बात की जा रही थी. तब कांग्रेस के पार्षद उनका पक्ष क्यों ले रहे थे.
मेयर ब्रज लता हाड़स ने कहा कि नगर निगम के सभी पार्षद यूजर चार्ज के क्रियान्वयन को स्थगित किया गया है. हाड़ा ने बताया कि पूर्व में हुई साधारण सभा की बैठक में यूजर चार्ज के प्रस्ताव को पारित किया गया था. ऐसे में इस साधारण सभा की बैठक में विधि सम्मत उस प्रस्ताव को निरस्त नहीं किया जा सकता था. उन्होंने कहा कि शहर में कोई भी नगर निगम का अधिकारी और कर्मचारी यूजर चार्ज लेता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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26 प्रस्तावों पर होनी है चर्चा: नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में 26 प्रस्ताव एजेंडे में शामिल थे. लंच के बाद मेयर ने पार्षदों को अपनी बात रखने के लिए 1 घंटे का समय दिया था, लेकिन पार्षद 1 घंटे के बाद भी अपनी बात सदन में रखने की मांग को लेकर अड़ गए. ऐसे में 15 मिनट के लिए मेयर बृज लता हाड़ा ने साधारण सभा की बैठक को स्थगित किया. 26 में से पहले प्रस्ताव पर भी अभी तक चर्चा नहीं हुई है. ऐसे में माना जा रहा है कि साधारण सभा की बैठक कल शुक्रवार तक के लिए टल सकती है.