अजमेर. कांग्रेस नेता द्रौपदी कोली ने कांग्रेस पार्षद वसीम खान की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के खिलाफ नाराजगी प्रकट की है. द्रौपदी का आरोप है कि रामगंज थाना पुलिस ने पार्षद का पक्ष सुने बिना ही चुनाव से 2 दिन पहले उसे शांति भंग की धारा में गिरफ्तार किया, ताकि वह चुनाव प्रचार नहीं कर सके. द्रौपदी कोली अजमेर नगर निगम में प्रतिपक्ष नेता भी हैं. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के साथ मिलकर कोली ने एसपी चुनाराम जाट से मिलकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
कांग्रेस नेता द्रौपदी कोली ने कांग्रेस और भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर अजमेर एसपी चुनाराम जाट से मुलाकात की. कोली ने वार्ड नंबर 30 से कांग्रेस पार्षद वसीम खान को चुनाव से 2 दिन पहले गिरफ्तार करने का विरोध जताया. कोली समेत नगर निगम के पार्षदों ने एसपी चुनाराम जाट से मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. कोली और पार्षदों का कहना है कि जनप्रतिनिधि पर व्यवस्था पूर्वक यदि कोई आरोप लगा रहा है तो पुलिस को एक पक्ष के कहने पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी. पुलिस कांग्रेसी पार्षद वसीम खान की बात भी सुननी चाहिए थी. कोली और पार्षदों ने चेतावनी दी है कि यदि मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो नगर निगम के पार्षद एसपी कार्यालय के बाहर धरना देंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे.
पुलिस पर लगाए ये आरोप : कांग्रेस पार्षद वसीम खान ने बताया कि चुनाव से 2 दिन पहले रामगंज थाने के सामने वह अपने किसी परिचित के दफ्तर में बैठे हुए थे. वहां पहले से ही चार-पांच आदमी और बैठे हुए थे. उनका आरोप है कि इस दौरान एक महिला वहां आती है और उससे 80 हजार रुपए की मांग करती है. महिला ने उसके साथ बदसलूकी की और उसे थप्पड़ भी मारे. वसीम खान का आरोप है कि महिला ने दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के झूठे मुकदमे में फसाने की भी धमकी दी. इस पूरी घटना का वीडियो भी उनके पास मौजूद है. महिला इसके बाद रामगंज थाने पहुंची और पार्षद के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया. पार्षद के अनुसार रामगंज थाना पुलिस ने उन्हें थाने बुलाया और वहीं बैठा लिया. खान का आरोप है कि पुलिस ने विरोधियों के दबाव में एकतरफा कार्रवाई की है. अब पुलिस ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा.