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पानी से भरी पत्थर की खान में मिले लापता भाई-बहन के शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

अजमेर जिले के जवाजा थाना क्षेत्र के जैतगढ़ बामणिया गांव में सोमवार सुबह पानी से भरी एक पत्थर की खान में रविवार शाम थूनी का थाक गांव से लापता हुए दो सगे भाई व बहन के शव मिलने से क्षेत्र से सनसन फैल गई. खान के पानी में तैरते शवों को ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकलवाया गया. उधर, घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची जवाजा थाना प्रभारी विमला चौधरी ने दोनों बच्चों के शवों को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मोर्चरी पहुंचवाया. जहां पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद पंचनामा तैयार करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए.

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Published : Aug 5, 2019, 6:58 PM IST

Bodies found of missing siblings, गुमशुदा भाई-बहन के मिले शव, Beawer News, ब्यावर न्यूज

ब्यावर (अजमेर). जवाजा पुलिस थाना क्षेत्र में दो लापता मासूमों के शव मिलने से सनसनी फैल गई. दोनों बच्चों के शव मिलने पर परिजनों ने बच्चों की हत्या कर शवों को खान में फेंकने की आशंका जताई है. थूनी का थाक निवासी ऑटो चालक पिता अजीतसिंह रावत ने बताया कि रविवार शाम उसकी 13 वर्षीय बेटी मनीषा का फोन आया था कि उसकी मम्मी मामा के घर गई हुई है. इसके कारण वह अपने छोटे भाई 11 वर्षीय घेवरसिंह के साथ अकेली है. फोन पर मनीषा ने उनसे जल्दी घर आने की बात कही थी.

पानी से भरी पत्थर की खान में मिले लापता भाई-बहन के शव

अजीतसिंह ने बताया कि मनीषा का फोन आने के करीब आधे घंटे में वह घर पहुंच गया था, लेकिन दोनों बच्चे घर पर नहीं मिले. घर के भीतर जाकर देखा तो पाया कि घर का सारा सामान इधर-उधर बिखरा हुआ पड़ा था. पूरा घर देखने पर लगा कि घर में कोई चोरी हो गई है.

यह भी पढ़ें : देश में एक विधान, एक संविधान बेहद जरूरी, मोदी सरकार के फैसले का स्वागत : बसपा विधायक

अजीतसिंह ने बताया कि घर से सोने की रखड़ी, कंदौरा, झूमरी तथा चांदी के पायजेब सहित 20 हजार रुपए की नकदी गायब है. इस दौरान उसने अपनी बेटी मनीषा को फोन लगाया तो फोन नो रिप्लाई हो गया. कई बार फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो परेशान होकर उसने जवाजा थाने पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दोनों बच्चों की गुमशुदी दर्ज करवाई.

यह भी पढ़ें : सोने ने तोड़ा रिकॉर्ड, जयपुर सर्राफा बाजार में कीमतें 37 हजार के पार

जवाजा पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद बच्चों की तलाश शुरू कर दी. सोमवार सुबह अजीतसिंह परिजनों के साथ पुन: 3 किलोमीटर दूर उक्त पत्थर की खान पर पहुंचे तो देखा कि दोनों बच्चों के शव खान में भरे पानी पर तैर रहे है. इस दौरान ग्रामीणों की मदद से बच्चों के शव बाहर निकलवाए गए.

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जवाजा थानाधिकारी विमला चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बच्चों की मौत का मामला दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं पुलिस परिजनों की ओर से दी गई शिकायत की दिशा में भी काम कर रही है. मृतक बच्चों के पिता अजीतसिंह ने अंदेशा जताया कि शायद चोरी की वारदात को अंजाम देते समय चोरों की हरकत को बच्चों ने देख लिया होगा और चोरों ने बच्चों को अगुवा कर बेहोश कर दिया होगा.

शायद बेहोशी का हालत में बच्चों को गांव से तीन किलोमीटर दूर जैतगढ़ बामणिया की इस खान में फेंक गए होंगे. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस इस मामले में गहनता से साक्ष्यों को जुटाकर परिजनों सहित ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है.

ब्यावर (अजमेर). जवाजा पुलिस थाना क्षेत्र में दो लापता मासूमों के शव मिलने से सनसनी फैल गई. दोनों बच्चों के शव मिलने पर परिजनों ने बच्चों की हत्या कर शवों को खान में फेंकने की आशंका जताई है. थूनी का थाक निवासी ऑटो चालक पिता अजीतसिंह रावत ने बताया कि रविवार शाम उसकी 13 वर्षीय बेटी मनीषा का फोन आया था कि उसकी मम्मी मामा के घर गई हुई है. इसके कारण वह अपने छोटे भाई 11 वर्षीय घेवरसिंह के साथ अकेली है. फोन पर मनीषा ने उनसे जल्दी घर आने की बात कही थी.

पानी से भरी पत्थर की खान में मिले लापता भाई-बहन के शव

अजीतसिंह ने बताया कि मनीषा का फोन आने के करीब आधे घंटे में वह घर पहुंच गया था, लेकिन दोनों बच्चे घर पर नहीं मिले. घर के भीतर जाकर देखा तो पाया कि घर का सारा सामान इधर-उधर बिखरा हुआ पड़ा था. पूरा घर देखने पर लगा कि घर में कोई चोरी हो गई है.

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अजीतसिंह ने बताया कि घर से सोने की रखड़ी, कंदौरा, झूमरी तथा चांदी के पायजेब सहित 20 हजार रुपए की नकदी गायब है. इस दौरान उसने अपनी बेटी मनीषा को फोन लगाया तो फोन नो रिप्लाई हो गया. कई बार फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो परेशान होकर उसने जवाजा थाने पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दोनों बच्चों की गुमशुदी दर्ज करवाई.

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जवाजा पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद बच्चों की तलाश शुरू कर दी. सोमवार सुबह अजीतसिंह परिजनों के साथ पुन: 3 किलोमीटर दूर उक्त पत्थर की खान पर पहुंचे तो देखा कि दोनों बच्चों के शव खान में भरे पानी पर तैर रहे है. इस दौरान ग्रामीणों की मदद से बच्चों के शव बाहर निकलवाए गए.

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जवाजा थानाधिकारी विमला चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बच्चों की मौत का मामला दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं पुलिस परिजनों की ओर से दी गई शिकायत की दिशा में भी काम कर रही है. मृतक बच्चों के पिता अजीतसिंह ने अंदेशा जताया कि शायद चोरी की वारदात को अंजाम देते समय चोरों की हरकत को बच्चों ने देख लिया होगा और चोरों ने बच्चों को अगुवा कर बेहोश कर दिया होगा.

शायद बेहोशी का हालत में बच्चों को गांव से तीन किलोमीटर दूर जैतगढ़ बामणिया की इस खान में फेंक गए होंगे. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस इस मामले में गहनता से साक्ष्यों को जुटाकर परिजनों सहित ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है.

Intro:जवाजा थाना क्षेत्र के जैतगढ़ बामणिया गांव में पानी से भरी एक पत्थर की खान में रविवार शाम को थूनी का थाक गांव से लापता हुए दो सगे भाई व बहिन के शव मिलने से क्षेत्र से सनसन फैल गई। खान के पानी में तैरते शवों को ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकलवाया गया। उधर घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची जवाजा थाना प्रभारी विमला चैधरी ने दोनों बच्चों के शवों को कब्जें में लेकर राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मोरचरी पहुंचाया। यहां पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद पंचनामा तैयार करवाकर लाशें परिजनों के सुपुर्द की।


वीओ-ब्यावर के समीप जवाजा थाना क्षेत्र में दो लापता मासूमो के शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव मिलने पर बच्चों के परिजनों ने बच्चों की हत्या कर शवों को खान में फैंकने की आशंका जताई। थूनी का थाक निवासी ऑटो चालक व पिता अजीतसिंह रावत ने बताया कि रविवार शाम को उसकी 13 वर्षीय बेटी मनीषा का फोन आया था कि उसकी मम्मी पास ही के गांव में रहने वाली भुआ के घर गई है। इसके कारण वह अपने छोटे भाई 11 वर्षीय घेवरसिंह के साथ अकेली है। फोन पर मनीषा ने जल्दी घर आने की बात कही थी। अजीतसिंह ने बताया कि मनीषा का फोन आने के करीब आधे घंटे में वह घर पहुंच गया लेकिन घर पर दोनों बच्चें नहीं मिले। घर के भीतर जाकर देखा तो पाया कि घर का सारा सामान इधर-उधर बिखरा हुआ है। पूरा घर देखने पर पाया कि घर में चोरी हो गई है। अजीतसिंह ने बताया कि घर से सोने की रखडी, कंदौरा, झूमरी तथा चांदी के पायजेब सहित 20 हजार रुपए की नकदी गायब है। इस दौरान उसने अपनी बेटी मनीषा को फोन लगाया तो फोन नो रिप्लाई हो गया। कई बार फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला को परेशान होकर उसने जवाजा थाने पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दोनों बच्चों की गुमशुदी दर्ज करवाई।

बाइटरू
अजीतसिंह रावत
पीडि़त पिता

जवाजा पुलिस ने भी गुुमशुदी दर्ज करने के बाद बच्चों की तलाश शुरू कर दी। सोमवार सुबह अजीतसिंह परिजनों के साथ पुन: तीन किलो मीटर दूर उक्त पत्थर की खान पर पहुंचा तो देखा कि दोनों बच्चों के शव खान में भरे पानी पर तैर रहे है। इस दौरान ग्रामीणों की मदद से बच्चों की लाशें बाहर निकलवाई गई। जवाजा थानाधिकारी विमला चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बच्चों की मौत का मामला दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पुलिस परिजनों की और से दी गई शिकायत की दिशा में भी काम कर रही है। पीडि़त पिता अजीतसिंह ने अंदेशा जताया कि शायद चोरी की वारदात को अंजाम देते समय चोरों की हरकत को बच्चों ने देख लिया होगा और चोरों ने बच्चों के अगुवा कर बेहोश कर दिया होगा। शायद बेहोशी का हालत में बच्चों को गांव से तीन किलोमीटर दूर जैतगण बामणिया की इस खान में फैंक गए होंगे।

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विमला चैधरी
थानाधिकारी, जवाजा थाना

फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस हत्या और चोरी दोनो प्रकरणों में गहनता से साक्ष्यों को जुटाकर परिजनों सहित ग्रामीणों से पुछताज कर रही है।




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पानी से भरी पत्थर की खान में मिले लापता भाई व बहिन के शव
परिजनों ने जताई हत्या की आशंकाBody:कुलभूषण उपध्य्याय, ब्यावरConclusion:
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