केकड़ी (अजमेर). भारतीय जनता पार्टी के उच्च स्तरीय नेतृत्व ने नगर मंडल अध्यक्ष की कमान किसान नेता और पुर्व पार्षद बद्रीलाल माली को सौंपी है. नवनियुक्त नगर मंडल अध्यक्ष बद्रीलाल माली की नियुक्ति के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. तीन बती चैराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने ब्रदी माली का मुंह मीठा कराते हुए माला पहनाकर और साफा बंधवाकर स्वागत किया है.
बद्रीलाल माली नगर पालिका मे दो बार पार्षद भी रह चुके है. वे 2000 में पहली बार पार्षद बने और लगातार दूसरी बार भी पार्षद भी चुने गए. माली कृषि उपज मंड़ी समिति में डायरेक्टर रहे है और हिन्दू रक्षा समिति के अध्यक्ष भी है. भाजपा प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर चुनाव अधिकारी देहात कालूलाल गुर्जर और जिलाध्यक्ष प्रो. बी पी सारस्वत ने केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के शहर मंडल अध्यक्ष पद पर बद्रीलाल माली को नियुक्त किया है.
पढ़ेंः अजमेर: दुष्कर्म का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला हुआ दर्ज
इस मौके पर केकड़ी विधानसभा प्रभारी राजेन्द्र विनायका, पुर्व मंडल अध्यक्ष बलराज मेहरचंदानी, केश कला बोर्ड के पुर्व सदस्य सुरेश सेन, युर्वा मोर्चा के पुर्व अध्यक्ष महावीर साहू, अमन सोनी,पार्षद शांतिलाल नायक, लक्ष्मण सिंह राठौड़, गजेन्द्र शर्मा, महेश बोयत, रामदेव माली, रामबाबू सांगरिया, खेमचंद ताथेड़, दिनेश वैष्णव, भैरु साहू सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
अजमेर में ग्राम जावला को ग्राम पंचायत नहीं बनाने के विरोध में लोगों ने अजमेर-कोटा राजमार्ग को जाम कर दिया
अजमेर के केकड़ी-सरवाड़ पंचायत समिति में पंचायत पुनर्गठन के तहत ग्राम जावला को ग्राम पंचायत नही बनाने के विरोध में सैकड़ों महिला-पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरवाड़ उपखण्ड़ कार्यालय के बाहर अजमेर-कोटा राजमार्ग को जाम कर दिया. जावला को ग्राम पंचायत बनाने की मांग को लेकर सैंकड़ो महिलाएं और पुरुष मार्ग पर बैठ गए और रोड जाम कर दिया.
जाम की सूचना मिलते ही थानाप्रभारी सतपाल विश्नोई पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंचे. जाम के चलते प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. साथ ही जाम के दौरान अजमेर-कोटा राजमार्ग पर लगभग दो किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गई. मौके पर पहुंची उपखण्ड़ अधिकारी तारामती वैष्णव ने ग्रामीणों से समझाइश कर उनकी मांगो पर पुनर्विचार का आश्वासन देकर जाम खुलवाया.
पढ़ेंः Special: आंवले पर अस्तित्व का संकट,कम भावों ने पुष्कर के किसानों की बढ़ा दी चिंता
करीब आधे घंटे तक महिला-पुरुष अपनी मांग को लेकर अड़े रहे और ठोस आश्वासन के बिना ठस से मस नही हुए. जावला से सैंकड़ो की संख्या मे ग्रामीण बसों मे भरकर प्रदर्शन करने के लिए सरवाड़ आए थे. ग्रामीणों का आरोप है कि जावला गांव चान्दमा से बड़ा है. वहीं जावला सरवाड और स्टेट हाईवे के निकट भी है. इसके बावजूद जावला को ग्राम पंचायत ना बनाकर एक छोटे से गांव चांदमा को ग्राम पंचायत बना दिया गया. ग्रामीणों का कहना कि अगर जल्द उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो फिर से रोड जाम कर और विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.