अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मुईनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स में शामिल होने के लिए अबकी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी जायरीनों का जत्था अजमेर आ रहा है. ये जायरीन अमृतसर से विशेष ट्रेन से अजमेर पहुंचे. अमृतसर से आई विशेष ट्रेन के चार डिपो में पाकिस्तानी जायरीन पहुंचे हैं. इनके साथ पाक दूतावास के करीब 10 अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं. इधर, उर्स के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भी दरगाह में चादर पेश की जाएगी.
ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें उर्स पर बुधवार को पाकिस्तानी जायरीन का जत्था अजमेर पहुंचा. अजमेर रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तानी जायरीन की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं. साथ ही स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर जिला पुलिस समेत विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी नजर है. वहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी रेलवे स्टेशन पर मौजूद है. बता दें कि दो साल बाद पाकिस्तान से जायरीन का जत्था इस बार उर्स में हाजिरी देने आया है. पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे में कुल ढाई सौ लोग शामिल हैं. इसके अलावा 10 पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी और कर्मचारी भी जायरीन के साथ ही यहां आ रहे हैं.
इसे भी पढ़ें - Ajmer Urs 2023: अंजुमन कमेटी ने जारी किया रसुमात का कार्यक्रम
जिला प्रशासन ने चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे के रहने, खाने-पीने सहित सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की है. अमृतसर से विशेष ट्रेन से अजमेर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद सभी को कड़ी सुरक्षा में रोडवेज बस से गंतव्य स्थल पर ले जाया जाएगा. वहीं, सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बुधवार को चादर पेश की जाएगी.
पीएम-सीएम की ओर से चढ़ाई जाएगी चादर- भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी दिल्ली से पीएम की चादर लेकर अजमेर दरगाह पहुंचेंगे. इस दौरान उनके साथ भाजपा के प्रदेश व स्थानीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से खानू खां बुधवाली बुधवार को दरगाह में चादर पेश करेंगे.