अजमेर. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी मंगलवार को अजमेर के एमडीएस यूनिवर्सिटी स्थित सभागार में युवा रोजगार मेले में शिरकत करने आए थे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. चौधरी ने कहा कि तुष्टीकरण को प्राथमिकता देने वाले सनातन धर्म पर प्रतिबंध लगाते हैं, सनातन धर्म का अपमान करते हैं. आगामी चुनाव में कांग्रेस और उनकी साथी दलों को जनता जवाब देगी.
सरकार रिपीट नहीं डिलीट होगी : उन्होंने कहा कि जो भगवान श्रीराम के दरबार को गिराने, मंदिरों को तोड़ने का काम करते हैं, उनसे कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती है. यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है. पीएम मोदी भारत को विश्व में अग्रसर बनाने में जुटे हुए हैं. राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत ने भी राजस्थान को नंबर वन बनाया है, लेकिन पेपर लीक, अपराध, रेप, पेट्रोल-डीजल की दरों और महंगाई में. कांग्रेस से जनता परिवर्तन चाहती है, इसलिए आने वाले चुनाव में जनता ने सरकार के रिपीट का नहीं डिलीट का मन बनाया है. एक सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा कि कांग्रेस धर्म की राजनीति करती है और आरोप भाजपा पर लगा रही है, लेकिन हमें गर्व है कि हम सनातनी हैं.
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राजस्थान बना दंगों वाला प्रदेश : चौधरी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम है कि राजस्थान दंगों वाला प्रदेश बन गया है. जनता चुनाव में इनका जवाब देगी. सीएम गहलोत सरकार रिपीट होने की बात कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि कांग्रेस सरकार आगामी चुनाव में डिलीट होने जा रही है. प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने जनता का पैसा विज्ञापन और प्रचार में लगाया, पिछली बार भी यही हुआ था.
युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका : चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित कर चुकी है. प्रति वर्ष 10 लाख युवाओं को नौकरी देना केंद्र सरकार का लक्ष्य है. आने वाले समय में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में इन युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है. सरकारी के अलावा प्राइवेट जॉब में भी युवाओं को रोजगार देने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है. 1 लाख से अधिक युवाओं ने स्टार्टअप तैयार किए हैं. स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया जा रहा है. भारत युवाओं का देश है. भारत विश्व की शक्ति के रूप में उभर कर आया है. पहले देश आर्थिक व्यवस्था में 11वें पायदान पर था और अब अर्थव्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. 2027-28 तक भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सरकार प्रयासरत है.