अजमेर. जिले के पुष्कर क्षेत्र में बसेली गांव में एक पूर्व पार्षद की गोली मारकर हत्या कर (ajmer former councilor shot dead) दी गई. गांव स्थित एक रिसोर्ट में आपसी रंजिश को लेकर दो पक्ष आमने सामने हो गए. विवाद बढ़ने पर एक पक्ष ने फायरिंग कर दी जिसमें दो लोगों को गोली लग गई. घायलों को पुष्कर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां हालत गंभीर देख दोनों को जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया. जेएलएन अस्पताल में एक घायल ने दम तोड़ दिया है, जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है. पुष्कर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है. घटना के बाद से आरोपी फरार हैं.
जानकारी के मुताबिक पलटन बाजार निवासी पूर्व पार्षद सवाई सिंह की एक रिसॉर्ट (Murder in Pushkar resort) में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनके सिर और सीने पर गोली लगी थी. उसके एक अन्य साथी को भी गोली लगी है जिसका इलाज जेएलएन अस्पताल में किया जा रहा है. बसेली में युवराज फोर्ट नाम के रिसोर्ट में इस वारदात को अंजाम दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक अजमेर में वर्षों पहले हुए पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड से इस मामले को जोड़कर देखा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक वारदात में तीन आरोपी शामिल थे जो घटना के बाद से फरार हैं.
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पुष्कर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आदित्य ने बताया कि 2 मरीजों को अस्पताल लाया गया था जिसमें एक के सिर पर गोली लगी थी जबकि दूसरे के सीने में गोली मारी गई है. प्राथमिक इलाज के बाद दोनों घायलों को अजमेर जेएलएन अस्पताल में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था. बताया जा रहा है जिनमे से एक की मौत हो गई है.
सीओ छवि शर्मा ने बताया कि पुष्कर के बसेली गांव में दो जनों पर फायरिंग हुई है. इनमें एक के सिर पर और दूसरे के सीने पर गोली लगी. दोनों घायलों को पुष्कर के सरकारी अस्पताल से अजमेर जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई. आरोपी कौन थे और किस मकसद से उन्होंने वारदात को अंजाम दिया गया इस मामले की जांच की जा रही है
बेटे की शादी की व्यवस्था देखने गया था बसेली
पूर्व पार्षद सवाई सिंह अपने एक साथी के साथ बसेली के एक रिसोर्ट में बेटे की शादी की व्यवस्था देखने के लिए गया था. 16 जनवरी को मृतक सवाई सिंह के बेटे की शादी है. उसकी तैयारी के सिलसिले में ही वह बसेली गया हुआ था.
यह था मदन सिंह हत्याकांड
बहुचर्चित पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड वर्ष 1993 में हुआ था. सितंबर के महीने में पत्रकार मदन सिंह अपने दफ्तर से जब बाइक में पेट्रोल भरवाने के लिए आ रहे थे उसी दौरान राजा साइकल चौराहे पर उन फायरिंग की गई थी. जान बचाने के लिए मदन सिंह नाले में कूद गए थे. मदन सिंह को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उसका ऑपरेशन हुआ और उसकी जान बच गई. अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मदन सिंह का उपचार किया जा रहा था. इसी दौरान हमलावरों ने उन्हें अस्पताल के वार्ड में घुसकर गोली मार दी गई थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी. इस हत्याकांड में पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, सवाई सिंह समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. लंबे समय तक कोर्ट में मुकदमा चलता रहा. बीते सात वर्ष पहले मदन सिंह हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को बरी कर दिया गया था.
मोर्चरी में लगा भारी जाप्ता: पूर्व पार्षद सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जेएलएन अस्पताल में रखवाया गया है. पुलिस का भारी जाप्ता मौके पर तैनात किया गया है. दरसल 1993 में पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड के बाद से सवाई सिंह की शहर में तूती बोलती थी. सवाई सिंह की हत्या के बाद अस्पताल में सगे-संबंधियों के जुटने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने मोर्चरी पर भारी पुलिस बल लगाया है. एसीपी चूनाराम जाट पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.