अजमेर. जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से प्रांतीय अधिवेशन की शुरुआत की गई है. इस अधिवेशन में गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया. अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी के मुताबिक युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग भारतीय संस्कृति मूल्यों और राष्ट्रवाद संरक्षण में करें. प्रदर्शनी में स्वच्छ भारत अभियान के तहत पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने, कचरा इधर-उधर नहीं फेंकने, पौधे लगाने और वन्यजीवों की सुरक्षा का संदेश भी दिया गया है.
राजस्थान में पिछले 15 सालों से कचरे में पड़ी प्लास्टिक की थैलियां एकत्रित कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाले कमो राम विश्नोई अजमेर पहुंचे. जहां उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चित्तौड़ प्रांत के अधिवेशन में प्रदर्शनी को लगाया है. प्रदर्शनी में पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण को हानि पहुंचाने वाले तत्वों के बारे में समझाया गया है.
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खम्मोराम विश्नोई ने बताया, कि वह बिश्नोई समाज से हैं, जो एक पेड़ के लिए एक व्यक्ति की बलि देने से भी पीछे नहीं हटते. साल 2005 से ही उन्होंने बड़े आयोजनों में कचरे में पड़ी लकड़ियों को एकत्रित करना शुरू किया था. पहले लोग उन पर हंसा करते थे, लेकिन वह अपने काम को लगातार करते रहे और आज भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया, कि लोग उन्हें पर्यावरणविद् या पर्यावरण मित्र के नाम से पुकारते हैं.