अजमेर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अजमेर इकाई ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में नगर निगम के वार्ड 79 के बीजेपी पार्षद वीरेंद्र वालिया और दलाल रोशन चीता को देर शाम न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष उनके घर पर पेश किया. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दोनों ही आरोपियों को 17 फरवरी तक रिमांड पर दिया है.
एसीबी के अजमेर इंटेलिजेंस इकाई के डीएसपी पारसमल ने आरोपियों की पेशी के बाद बताया कि आरोपी बीजेपी पार्षद वीरेंद्र वालिया और रोशन चीता की 2 दिन की रिमांड दी गई है. उन्होंने बताया कि ट्रैप के दौरान ली गई राशि और रिश्वत की राशि की मांग के सत्यापन पर ही एसीबी का पूरा फोकस है. उन्होंने बताया कि परिवादी और आरोपियों के बीच हुई बातचीत में तीसरे आरोपी का नाम भी सामने आया है.
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मामले में तीसरे आरोपी की भूमिका को लेकर आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. इस संबंध में कोर्ट से आरोपियों को रिमांड पर देने की मांग की गई. उन्होंने बताया कि नगर निगम के किसी भी अधिकारी कि फिलहाल की गई जांच में कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है. डीएसपी पारसमल ने बताया कि एक परिवादी के अलावा और कोई अन्य परिवादी शिकायत लेकर एसीबी कार्यालय नहीं आया है. यदि कोई परिवादी शिकायत लेकर आएगा तो जांच की जाएगी.
उन्होंने बताया कि एसीबी के टोल फ्री नंबर और व्हाट्सएप नंबर समय-समय पर जारी किए जाते हैं. यदि कोई शिकायत आती है तो उसके आधार पर ही कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की जाएगी. डीएसपी पारसमल ने बताया कि आरोपी पार्षद वीरेंद्र वालिया के घर में सर्च करने पर एसीबी की टीम को 2 लाख 90 हजार की नगदी मिली है. वहीं कुछ जमीनों से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं. एसीबी उन सभी दस्तावेजों की जांच करेगी.