अजमेर. विकास प्राधिकरण में उपायुक्त ने वरिष्ठ लिपिक को थप्पड़ मारने का मामला गरमा गया है. उपायुक्त के खिलाफ एडीए के कर्मचारी लामबंद हो गए हैं. संभागीय आयुक्त एलएन मीणा से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कर्मचारियों ने मांग की है. घटना के विरोध में कर्मचारियों ने सोमवार को काम का बहिष्कार किया.
जानकारी के अनुसार अजमेर विकास प्राधिकरण में उपायुक्त इंद्रजीत सिंह ने सोमवार को अपने दफ्तर में परिवादी के काम से गए वरिष्ठ लिपिक लोकेंद्र शर्मा को तैश में आकर थप्पड़ जड़ दिया. शर्मा के साथ हुई घटना के बाद एडीए के समस्त कर्मचारी उपायुक्त इंद्रजीत सिंह के खिलाफ लामबंद हो गए. एडीए अध्यक्ष और संभागीय आयुक्त एलएन मीणा से कर्मचारियों ने उपायुक्त इंदरजीत सिंह की शिकायत की वहीं मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
पीड़ित वरिष्ठ लिपिक लोकेंद्र शर्मा ने बताया कि परिवादी महमूद अली पठान के साथ उसकी फाइल लेकर वह उपायुक्त इंद्रजीत सिंह के पास गया था जहां उसने फाइल में नियमानुसार आदेश फरमाने के लिए उपायुक्त से निवेदन किया था. जिस पर उपायुक्त इंद्रजीत सिंह ने कहा कि तुम मुझे नियम बताओगे क्या और तैश में आकर उन्होंने परिवादी और कर्मचारियों के सामने थप्पड़ मार दिया.
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इंडिया कर्मचारी संघ के सचिव खेम सिंह रावत ने कहा कि उपायुक्त इंद्रजीत सिंह ने वरिष्ठ लिपिक लोकेंद्र शर्मा के साथ मारपीट की है जिसको लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. परिवादी महमूद अली पठान ने कहा कि अपने पिता के नाम 1983 में मिले पट्टे को माता के नाम नामांतरण तो करवा लिया. लेकिन, एडीए 6 माह से उसे एनओसी नहीं दे रहा है.
सोमवार को जब वरिष्ठ लिपिक लोकेंद्र शर्मा के साथ वह उपायुक्त के कमरे में गया तो उपायुक्त ने शर्मा के साथ मारपीट की. वरिष्ठ लिपिक लोकेंद्र शर्मा के साथ हुई मारपीट से कर्मचारियों में रोष है जिसको लेकर सोमवार को कर्मचारियों ने एडीए में कार्य का बहिष्कार किया.