लंदन : महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अपेक्षित वैश्विक कार्रवाई की कमी को लेकर नाराज प्रतीत होती हैं. हाल ही में इस संबंध में उनकी टिप्पणी सामने आयी है.
वेल्स संसद के पहले दिन, गुरुवार को कार्डिफ पहुंची ब्रिटेन की 95 वर्षीय महारानी का यह वीडियेा फोन से लिया गया है.
इसमें, महारानी अपनी बहू डचेज ऑफ कॉर्नवाल कैमिला और संसद के पीठासीन अधिकारी एलिन जोन्स से बातचीत में कह रही हैं, 'मैं सीओपी के बारे में सब कुछ सुन रही हूं लेकिन मुझे अभी तक नहीं पता कि कौन-कौन आ रहा है.'
हालांकि इस रिकॉर्डिंग में आवाज पूरी तरह स्पष्ट नहीं सुनी जा सकती है. इसमें, महारानी यह भी कहती प्रतीत हो रही हैं कि यह 'परेशान करने' वाला है कि 'वे सिर्फ बात करते हैं लेकिन करते कुछ नहीं हैं.'
महारानी स्कॉटलैंड के ग्लासगो में अक्टूबर के अंत में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के जलवायु सम्मेलन सीओपी26 की मेजबानी करने वाली हैं. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग सहित विभिन्न राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों ने अभी तक सम्मेलन में भाग लेने के संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं किया है.
सरकार में परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्स ने कहा कि महारानी की यह टिप्पणी प्रसारण के लिहाज से नहीं थी. उन्होंने 'स्काई न्यूज' से कहा, 'मुझे लगता है कि निजी भाव से की गई टिप्पणी निजी ही रहनी चाहिए. हम सभी बेहतर करने की इच्छा रखते हैं और हमें पता है कि सैकड़ों नेता सीओपी के लिए ग्लासगो आ रहे हैं.'
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ब्रिटेन की संवैधानिक राजशाही में महारानी को राजनीति से अलग समझा जाता है और वह बिरले ही अपने विचार सार्वजनिक तौर पर रखती हैं. उनके पुत्र और उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स पर्यावरण के मुद्दे पर काफी मुखर हैं. चार्ल्स के बड़े बेटे प्रिंस विलियम ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार रखे हैं और पर्यावरणीय नवोन्मेष के लिए रविवार को दिए जाने वाले 'अर्थशॉट प्राइज' का समर्थन किया है.
बीबीसी पर बृहस्पतिवार को प्रसारित साक्षात्कार में विलियम ने अंतरिक्ष पर्यटन की आलोचना की और कहा कि दुनिया के बुद्धिमान लोगों को धरती पर ध्यान देना चाहिए.
(पीटीआई भाषा)