ETV Bharat / international

चीन दक्षिण पूर्व एशिया पर प्रभुत्व नहीं चाहता : शी जिनपिंग

आसियान के 10 सदस्यों के साथ एक ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा कि चीन प्रभुत्ववाद और सत्ता की राजनीति का दृढ़ता से विरोध करता है, अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है और संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में स्थायी शांति बनाए रखना चाहता है.

शी जिनपिंग
शी जिनपिंग
author img

By

Published : Nov 22, 2021, 2:31 PM IST

बीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहे टकराव के बीच कहा है कि उनका देश दक्षिण पूर्व एशिया पर प्रभुत्व हासिल नहीं करेगा और न ही अपने छोटे पड़ोसियों के साथ दबंगई करेगा. शी ने सोमवार को 'दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ' (ASEAN-आसियान) के 10 सदस्यों के साथ एक ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की.

यह सम्मेलन दोनों पक्षों के बीच संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मनाने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था.

दो राजनयिकों ने बताया कि सोमवार की बैठक में आसियान सदस्य म्यांमार की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं हुआ क्योंकि सेना की तरफ से थोपी वहां की सरकार ने आसियान के दूत को अपदस्थ नेता आंग सान सू-ची और अन्य गिरफ्तार राजनेताओं से मिलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. सैन्य शासक जनरल मिन आंग हलिंग को भी पिछले आसियान शिखर सम्मेलन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से रोक दिया गया था.

चीन ने अपनी बढ़ती शक्ति और प्रभाव के बारे में चिंताओं को दूर करने की बार-बार कोशिश की है, विशेष रूप से पूरे दक्षिण चीन सागर (South China Sea) पर अपने दावे को लेकर, जिसपर आसियान के सदस्य मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई और फिलीपींस भी दावा करते हैं.

चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक शी ने कहा, 'चीन प्रभुत्ववाद और सत्ता की राजनीति का दृढ़ता से विरोध करता है, अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है और संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में स्थायी शांति बनाए रखना चाहता है और निश्चित तौर पर वर्चस्व नहीं जमाएगा या छोटे देशों पर दबंगई नहीं करेगा.'

यह भी पढ़ें- चीन के आंतरिक मामले में दखल बर्दाशत नहीं : जिनपिंग

शी ने यह टिप्पणी चीनी तट रक्षक पोतों द्वारा विवादित दक्षिण चीन सागर तट पर सैनिकों को आपूर्ति करने वाली दो फिलीपींस की नौकाओं को अवरुद्ध करने और उनपर पानी की तेज बौछार करने के कुछ दिनों बाद की है.

(पीटीआई-भाषा)

बीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहे टकराव के बीच कहा है कि उनका देश दक्षिण पूर्व एशिया पर प्रभुत्व हासिल नहीं करेगा और न ही अपने छोटे पड़ोसियों के साथ दबंगई करेगा. शी ने सोमवार को 'दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ' (ASEAN-आसियान) के 10 सदस्यों के साथ एक ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की.

यह सम्मेलन दोनों पक्षों के बीच संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मनाने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था.

दो राजनयिकों ने बताया कि सोमवार की बैठक में आसियान सदस्य म्यांमार की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं हुआ क्योंकि सेना की तरफ से थोपी वहां की सरकार ने आसियान के दूत को अपदस्थ नेता आंग सान सू-ची और अन्य गिरफ्तार राजनेताओं से मिलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. सैन्य शासक जनरल मिन आंग हलिंग को भी पिछले आसियान शिखर सम्मेलन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से रोक दिया गया था.

चीन ने अपनी बढ़ती शक्ति और प्रभाव के बारे में चिंताओं को दूर करने की बार-बार कोशिश की है, विशेष रूप से पूरे दक्षिण चीन सागर (South China Sea) पर अपने दावे को लेकर, जिसपर आसियान के सदस्य मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई और फिलीपींस भी दावा करते हैं.

चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक शी ने कहा, 'चीन प्रभुत्ववाद और सत्ता की राजनीति का दृढ़ता से विरोध करता है, अपने पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है और संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में स्थायी शांति बनाए रखना चाहता है और निश्चित तौर पर वर्चस्व नहीं जमाएगा या छोटे देशों पर दबंगई नहीं करेगा.'

यह भी पढ़ें- चीन के आंतरिक मामले में दखल बर्दाशत नहीं : जिनपिंग

शी ने यह टिप्पणी चीनी तट रक्षक पोतों द्वारा विवादित दक्षिण चीन सागर तट पर सैनिकों को आपूर्ति करने वाली दो फिलीपींस की नौकाओं को अवरुद्ध करने और उनपर पानी की तेज बौछार करने के कुछ दिनों बाद की है.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.