संयुक्त राष्ट्र : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की फंडिंग पर पुनर्विचार करने की धमकी दी. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र (संरा) ने कोविड-19 संकट के दौरान डब्ल्यूएचओ की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए समर्थन किया, हालांकि संरा ने यह भी संकेत दिया है कि महामारी के खत्म होने के बाद डब्लूएचओ के दृष्टिकोणों की समीक्षा की जाएगी.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक बयान में कहा कि 'मेरा ऐसा मानना है कि डब्लूएचओ का समर्थन किया जाना चाहिए. कोविड-19 के खिलाफ युद्ध जीतने के लिए दुनिया के प्रयासों के लिए यह महत्वपूर्ण है.'
ट्रंप द्वारा डब्ल्यूएचओ की आलोचना के संदर्भ में गुटेरेस ने कहा कि 'यह वायरस हमारे जीवनकाल में अभूतपूर्व है और इसे अभूतपूर्व प्रतिक्रिया की आवश्यकता है. जाहिर है, ऐसी स्थितियों में, यह संभव है कि एक ही तथ्य को अलग-अलग संस्थाओं द्वारा अलग-अलग आंकड़े मिले हों.'
राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को 'कोविड-19 से निपटने को लेकर डब्ल्यूएचओ की आलोचना करते हुए चेताया था कि अमेरिका द्वारा वैश्विक निकाय को दिए जा रहे फंड को रोका जा सकता है.'
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर नए सिरे से डब्ल्यूएचओ पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अमेरिका अध्ययन कर पुन: विचार करेगा कि डब्लूएचओ को फंडिग जारी रहनी चाहिए या नहीं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने डेली प्रेस ब्रिफेंग के दौरान दावा कर कहा कि डब्ल्यूएचओ महामारी से गलत तरीके से निपटा, उसे अपनी प्राथमिकताएं सही रखनी चाहिए.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि 'वैश्विक निकाय द्वारा चीन का गलत तरीके से पक्ष लिया गया. डब्ल्यूएचओ को चाहिए था कि हर किसी के साथ समान और सही व्यवहार करे, लेकिन ऐसा लगा नहीं.'
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अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बुधवार को सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'प्रशासन विश्व स्वास्थ्य संगठन के संबंध में हमारी निधि (फंडिंग) का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है. संगठनों को काम करना होगा. जिस मकसद के लिए उन्हें बनाया गया है, उन्हें वह परिणाम देने होंगे.'
पोम्पिओ ने कहा कि संगठनों को काम करना होगा. उन्हें नतीजे देने होंगे, जिसके लिए उनका गठन किया गया है.
गुटेरेस ने संकेत दिया कि महामारी खत्म होने के बाद वायरस के लिए डब्ल्यूएचओ के दृष्टिकोण की समीक्षा होगी.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने कहा कि मौजूदा स्वास्थ्य संकट के खत्म होने पर इस बात का अध्ययन करने के लिए समय होगा कि यह बीमारी कैसे उभरी और इतनी तेजी से कैसे फैल गई. साथ ही इसमें शामिल सभी पक्षों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जा सकेगा.
उन्होंने कहा, 'लेकिन अभी इस बात का समय नहीं है. इस वायरस और इसके विनाशकारी परिणामों को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को चाहिए की वह वर्तमान में एकजुटता से काम करे.'
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गुटेरेस ने कहा, 'डब्ल्यूएचओ अग्रिम पंक्ति में खड़े अपने हजारों कर्मचारियों, सदस्य देशों व उनके समाजों के साथ मार्गदर्शन, प्रशिक्षण, उपकरण और जीवन रक्षक सेवाओं सहित कोरोना वायरस (कोविड-19) से लड़ रहा है.'
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि 'यह महामारी दुनियाभर के लिए चुनौती बनी हुई है. यह महामारी गंभीर स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक परिणामों के साथ सभी मानवीय संकटों से भी ऊपर है.'
ट्रंप की धमकी को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए डब्ल्यूएचओ प्रमुख टीए गेब्रेयेसस ने कहा कि यह समय कोरोना वायरस पर राजनीति करने के लिए नहीं है. इस सयम दुनियाभर के देशों को इस महामारी के एक होने की जरूरत है.
उन्होंने जिनेवा से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरी दुनिया के लिए दो सलाह हैं. 'पहला राष्ट्रीय एकता है, और दूसरा वैश्विक एकजुटता है.
गेब्रेयेसस ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर, नेताओं को पार्टी लिए काम करना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि मेरा संदेश राजनीतिक पार्टियों के लिए है. इस वायरस पर वह राजनीति न करें. यदि आप अपने लोगों की परवाह करते हैं, पार्टी और पार्टी की विचारधाराओं पर काम करते हैं. हम आपको आश्वस्त करते हैं. अपने पास कितनी भी अच्छी स्वास्थ्य प्रणाली हो, लेकिन एकता नहीं है तो आपके लिए मुसीबत होगी.
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 पर राजनीति करने की आवश्यकता नहीं है. आपके अपने आप को बेहतर प्रदर्शित करने के लिए अन्य रास्ते भी है. इस पर राजनीति करना आग से खेलने जैसा होगा.