उदयपुर. उदयपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी अर्जुन लाल मीणा की दो पत्नियां हैं और दोनों ही चुनावी समर में मीणा के लिए प्रचार प्रसार कर रही हैं. पहली पत्नी मीना मसारा जहां जनसंपर्क के मार्फत चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं तो वहीं दूसरी पत्नी राजकुमारी घर के मैनेजमेंट का जिम्मा संभाल रही हैं. दरअसल राजकुमारी सरकारी सेवा में होने के चलते प्रत्यक्ष तौर पर अपने पति का प्रचार नहीं कर सकती लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर उनकी भूमिका बेहद खास है.
वहीं ऐसा ही कुछ बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी कनक मल कटारा की भी दो पत्नियां हैं पहली पत्नी राधा और दूसरी पत्नी काली देवी कटारा को चुनावी दौर में जमकर सपोर्ट कर रही हैं दरअसल जनजाति उपयोजना क्षेत्र में आदिवासी परंपरा के मुताबिक दो पत्नियां रखना गलत नहीं माना गया है यही वजह है कि आधिकारिक तौर पर लोकसभा किए आदिवासी प्रत्याशी अपनी पत्नियों के चुनाव प्रचार में बागडोर संभालने से खासी राहत महसूस कर रहे हैं.
यही नहीं आदिवासी परंपराओं के निर्वहन की कड़ी में इन प्रत्याशियों ने अपनी पत्नियों को आर्थिक मायनों में भी एकरूपता प्रदान की है. संपत्ति के मामले में इन प्रत्याशियों की पहली और दूसरी पत्नियों की चल अचल संपत्ति लगभग बराबर है हालांकि उदयपुर लोकसभा प्रत्याशी अर्जुन लाल मीणा की दूसरी पत्नी पहली पत्नी से आर्थिक संपन्नता में भारी है आइए आपको बताते हैं अर्जुन लाल मीणा और कनक मल कटारा की पत्नियों का संपत्ति ब्यौरा.
अर्जुन लाल मीणा लोकसभा प्रत्याशी उदयपुर की दोनों पत्नियों का संपत्ति ब्यौरा
:
पहली पत्नी मीना मसारा-कुल संपत्ति 23,02, 796 रुपए,
दूसरी पत्नी राजकुमारी-कुल संपत्ति 66,98,366 रुपए
कनक मल कटारा भाजपा प्रत्याशी बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा की पत्नियों का संपत्ति ब्यौरा :
पहली पत्नी राधा देवी-एक करोड़ 21 लाख रुपए
, दूसरी पत्नी काली देवी- 1 करोड़ चार लाख रूपये
हालांकि हिंदू मैरिज एक्ट 1955 एक पत्नी के जीवित होने अथवा तलाक होने की स्थिति में ही दूसरी शादी की अनुमति देता है लेकिन जनजाति उपयोजना क्षेत्र में वनवासी बंधुओं को एक से अधिक पत्नियां रखने की अनुमति है हालांकि यह मसला चर्चा का विषय भी है कि दूसरी पत्नी को रखना व्यवहारिक दृष्टि से कितना उचित है.